आईआईटी जेईई (Joint Entrance Exam) का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह एक प्रकार का एंट्रेंस एग्जाम है, जिसे निकालने के बाद आपको इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप आईआईटी कॉलेज में एड्मिशन मिल सकता है। यह परीक्षा दो चरणों में आयोजित कराई जाती है, आईआईटी जेईई-मेन्स और आईआईटी जेईई- एडवांस्ड। इस प्रतियोगी परीक्षा के लिए हर साल बड़ी संख्या में छात्र आवेदन करते हैं। हालांकि, बहुत कम ही छात्र चयनित होकर अच्छा कॉलेज चुन पाते हैं।
भारत में स्नातक स्तर पर MBBS करने के लिए प्रवेश परीक्षा NEET देना अनिवार्य है। 12वीं या 12वीं के बाद से ही छात्र नीट की तैयारी में जुट जाते हैं। अभी भारत में एम्स को छोड़कर शेष सभी कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिला पाने के लिए नीट की परीक्षा देनी होती है। आईआईटी जेईई की तरह ही इस परीक्षा में भी हर साल लाखों की तादाद में छात्र बैठते हैं।
संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) की तैयारी भी 12वीं के बाद की जा सकती है। यूपीएससी क्रैक करने के बाद आईएएस, आईपीएस, आईईएस और आईएफएस अधिकारी के रूप में चयन होता है। यूपीएससी को भारत के टॉप 10 कठिन परीक्षाओं की श्रेणी में रखा गया है।
लॉ में अपना करियर बनाने के लिए क्लैट (CLAT- Common Law Admission Test) देना होता है। यह भी एक प्रवेश परीक्षा जैसा है। इसमें सफल होने के बाद आप लॉ के अच्छे कॉलेज चुन सकते हैं। लेकिन कुछ लॉ कॉलेज हैं तो प्रवेश लेने के लिए LSAT पर भरोसा करते हैं। यह परीक्षा वर्ष में एक बार ही आयोजित की जाती है और ऑफलाइन होती है।
सीए परीक्षा (Common Admission Test) के जरिए आप आईआईएम में दाखिला पा सकते हैं। आईआईएम उन संस्थाओं में से एक है जो आपको लाखों का पैकेज दिलाने में मदद करती है।
SSB द्वारा सेना, नौसेना और वायु सेना में युवाओं की भर्ती के लिए NDA (National Defence Academy) की परीक्षा का आयोजन किया जाता है। NDA की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। यह परीक्षा दो चरणों में होती है, लिखित और साक्षात्कार। साक्षात्कार SSB द्वारा ली जाती है, जिसमें युवाओं का ऑन-ग्राउंड प्रदर्शन कौशल देखा जाता है। इसके बाद फाइनल चयन होता है।