इसे लेकर केंद्रीय विश्वविद्यालय ने बार कांउसिल ऑफ इंडिया (Bar Council Of India) से अनुमति मांगी है। बार कांउसिल ऑफ इंडिया के हां करते ही विश्वविद्यालय में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस कोर्स को लॉन्च करने के लिए विश्वविद्यालय ने पूरी तैयारी कर ली है। एक रिपोर्ट की मानें तो इसके लिए न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर लिया गया है बल्कि मूक कोर्ट भी तैयार हो चुके हैं। नए शैक्षणिक सत्र (New Academic Session 2024-25) में इस विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया जाएगा।
विश्वविद्यालय के मुताबिक इस कोर्स में पुराने समय की शिक्षा को छात्रों को दिया जाएगा। छात्रों को ये सिखाया जाएगा कि कैसे पुराने समय में राजा-महराजा, ऋषि, मुनि और पुरोहितों की मदद से फैसले लेते थे।