Career in Meteorology: दुनिया में हर दिन मौसम बदल रहा है, इसे लेकर सभी देश चिंतित भी है। क्योंकि प्राकृतिक घटनाओं पर हमारा नियंत्रण नहीं है, लेकिन मौसम वैज्ञानिक बनकर आप इसके खतरों को भापकर लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं या कष्ट कुछ हद तक कम कर सकते हैं। यह क्षेत्र इसलिए भी इतना बड़ा है कि हम लोग इस वातावरण में रहते हैं। पत्रिका.कॉम पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मौसम वैज्ञानिक (Meteorologist Kaise bane) कैसे बनें और इसमें कितने प्रकार के कोर्स होते हैं और किन कॉलेज और यूनिवर्सिटी में यह कोर्स किए जाते हैं।
•Jun 23, 2023 / 06:06 pm•
Manish Gite
Career in Meteorology: दुनिया में हर दिन मौसम बदल रहा है, इसे लेकर सभी देश चिंतित भी है। क्योंकि प्राकृतिक घटनाओं पर हमारा नियंत्रण नहीं है, लेकिन मौसम वैज्ञानिक बनकर आप इसके खतरों को भापकर लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं या कष्ट कुछ हद तक कम कर सकते हैं। यह क्षेत्र इसलिए भी इतना बड़ा है कि हम लोग इस वातावरण में रहते हैं। पत्रिका.कॉम पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मौसम वैज्ञानिक (Meteorologist Kaise bane) कैसे बनें और इसमें कितने प्रकार के कोर्स होते हैं और किन कॉलेज और यूनिवर्सिटी में यह कोर्स किए जाते हैं।
क्या है मौसम विज्ञान
हमारे वातावरण में वैज्ञानिक अध्ययन को ही मौसम विज्ञान कहा जाताहै। यह मौसम की क्रिया-प्रतिक्रिया, पूर्वानुमान पर केंद्रित होता है। इसके तहत कई विषयों पर अध्ययन और शोध किया जाता है।
एग्रीकल्चर मीटियोरोलॉजी
फसलों की पैदावार और उससे होने वाले फायदे, नुकसान का आंकलन मौसम की सूचनाएं और उसके अनुरूप गाइडलाइन जारी की जाती है। फसलों की पैदावार, मिट्टी प्रबंधन के लिए उपयोगी समय का आंकलन किया जाता है।
फिजिकल मेटियोरोलॉजी
मौसम के आप्टिकल, इलेक्ट्रिकल, ध्वनिक (acoustical) और थर्मोडायनामिक घटनाओं का अध्ययन किया जाता है।
सैटेलाइट मेटियोरोलॉजी
इस सब्जेक्ट में सैटलाइट के जरिए रिमोट सेंसिंग उपकरणों से आने वाले डाटा के आधार पर महासागर और वायुमंडल का अध्ययन होता है।
डाइनामिक मेटियोरोलॉजी
इस सब्जेक्ट में पृथ्वी और उसके आसपास वायु की गति का अध्ययन किया जाता है। तापमान, बादल, बारिश और हवा के पैटर्न पर पर अध्ययन होता है, जो मानव को प्रभावित करती है।
सिनॉप्टिक मेटियोरोलॉजी
इसमें मौसम की बाधाओं जैसे फ्रंटल डिप्रेशन, ट्रापिकल साइक्लोन और एंटी साइक्लोन का बारिकी से अध्ययन होता है। कम दबाव के क्षेत्र, जल, वायु, चक्रवात, दबाव स्तर और इससे एकत्र किया जाने वाला मानचित्र जो कि पूरे विश्व के मौसम का सिनाप्टिक व्यू को बताता है।
क्लाइमेटोलॉजी
जलवायु और उससे जुड़ी चीजों पर अध्ययन होता है। जलवायु का प्रभाव और उसके कारण बदलाव पर शोध किया जाता है।
एविएशन मेटियोरोलॉजी
इस विषय पर एविएशन इंडस्ट्री के नजरिए से मौसम का अध्ययन होता है। आंकड़े से पूर्वानुमान लगाया जाता है।
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