Maruti Ciaz और Honda City को पछाड़ Hyundai Verna बनीं लोगों की पहली पसंद, ये रहा सुबूत
स्पीड अलर्ट सिस्टम- ड्राइवर्स जल्दबाजी में स्पीड का ध्यान नहीं रखते और कई बार इसकी वजह से खतरनाक एक्सीडेंट हो जाते हैं। लेकिन जुलाई से कारों के लिए यह फीचर होना जरूरी होगा। ये फीचर कार की स्पीड तेज होने पर ड्राइवर और पैसेंजर को इंफार्म करेगा। कार की स्पीड ज्यादा होने पर यह ऑटोमेटिक आवाज कर सबको वॉर्न करेगा ताकि कार को टाइमली कंट्रोल किया जा सके।
एयरबैग- जुलाई से कारों में ड्राइवर एयरबैग ( driver Airbag ) होना जरूरी होगा। हालांकि ज्यादातर कारें आजकल इस फीचर पर सबसे ज्यादा जोर दे रही हैं लेकिन फिर भी कुछ कारों में अभी भी ड्राइवर एयरबैग नहीं है। तो आप कार बेस वेरिएंट खऱीदते वक्त ध्यान से ये चेक करें कि कार में ड्राइवर एयरबैग है।
रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम ( reverse parking alert system )- पार्किंग के समय रिवर्स करते समय अक्सर एक्सीडेंट हो जाते हैं । इन हादसों से बचने के लिए रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम लाया गया है। इसके लिए सेंसर या कैमरे का प्रयोग किया जाता है।
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एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम- बाइक्स के बाद कारों में भी एबीएस फीचर जरूरी हो जाएगा। यानि खराब रास्तों पर चलते हुए अचानक ब्रेक लगाएं जाएं तो ABS ब्रेक को पहिये के साथ लॉक होने से बचाता है, इससे बड़े से बड़े हादसे टल जाते है।
सीट बेल्ट रिमाइंडर ( seat belt reminder ) – जुलाई से सरकार ने ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के लिए सीट बेल्ट रिमाइंडर लगाना अनिवार्य हो जाएगा। यह फीचर जब तक ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर सीट बेल्ट नहीं लगाएंगे तब तक आवाज करता रहेगा।