लंबा हुआ वेटिंग पीरियड
टाटा पंच की अप्रैल की ब्रिकी के ये आंकड़ें चौकाने वाले हैं, हालांकि मार्च 2022 में बेची गई कुल 10,526 इकाइयों के साथ महीने-दर-माह (MoM) आधार पर इसमें 3.74 प्रतिशत की बिक्री में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। चूंकि टाटा पंच अप्रैल 2021 में बिक्री पर नहीं थी, तो हम साल-दर-साल (YoY) बिक्री की तुलना नहीं कर सकते हैं। भारतीय कार बाजार में एसयूवी की बिक्री लगातार बढ़ रही है, इसलिए हमें उम्मीद है कि भविष्य में टाटा पंच की बिक्री संख्या में भी तगड़ा इजाफा देखा जाएगा। खरीदारों के बीच इसकी मांग इतनी मजबूत है, कि इसका वेटिंग पीरियड काफी लंबा हो गया है।
इंजन विकल्प और माइलेज
टाटा पंच के हुड के तहत 1.2-लीटर, नेचुरली एस्पिरेटेड, 3-सिलेंडर युक्त इंजन मिलता है। यह मोटर क्रमशः 86 पीएस की पावर और 113 एनएम का टॉर्क जेनरेट करती है, और यह दो ट्रांसमिशन विकल्प एक 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और एक 5-स्पीड एएमटी में उपलब्ध है। अफवाहें हैं, कि टाटा मोटर्स इस मिनी-एसयूवी में जल्द अल्ट्रोज़ के सामन (110 पीएस/140 एनएम) का 1.2-लीटर आई-टर्बो इंजन जोड़ने की तैयारी कर रही है, वहीं टाटा मोटर्स इस सब-कॉम्पैक्ट क्रॉसओवर के एक ऑल-इलेक्ट्रिक वर्जन पर भी विचार कर रही है। माइलेज की बात करें तो पंच एक लीटर पेट्रोल में 19km तक चलने में सक्षम है।
कम कीमत में बेहतर सुरक्षा
वर्तमान में, टाटा पंच की कीमत 5.83 लाख रुपये से 9.49 लाख (एक्स-शोरूम, नई दिल्ली) तय की गई है। वहीं भारतीय बाजार में यह कार निसान मैग्नाइट, किआ सॉनेट, हुंडई वेन्यू, रेनॉल्ट किगर, आदि को टक्कर देती है, इसके साथ ही एक छोटा क्रॉसओवर के रूप में इसका मुकाबला मारुति स्विफ्ट, मारुति इग्निस, हुंडई ग्रैंड i10 Nios जैसी हैचबैक से भी होती है। बताते चलें, टाटा के हाल ही में लॉन्च किए गए पंच को ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग हासिल की है, और इसी के चलते यह ब्रिकी पर उपलब्ध सबसे सस्ती 5 स्टार रेटिंग कार है।