निसान के स्मेलमास्टर का काम न केवल पहली छाप पर ध्यान केंद्रित करना है, बल्कि यह भी है कि वाहन के उपयोगकर्ता एक ड्राइव के दौरान केबिन के भीतर उन गंधों को कैसे समझते हैं। स्मेलमास्टर Ryunosuke Ino के अनुसार “सबसे पहले, मैं यह पहचानने की कोशिश करता हूं कि गंध कहां से आती है। मैं इसका पता लगाने की कोशिश करता हूं और वाहन का इस्तेमाल कर रहे ग्राहक की सोच का मूल्यांकन करता हूं, जैसे कि ग्लोवबॉक्स तक पहुंचना या सन वाइजर मिरर का उपयोग करना।”
इनो ने Cabin volatile organic compound (वीओसी) मूल्यांकन प्रक्रिया को साझा किया जो तीन दिनों में होता है, वह और उनकी टीम हेडरेस्ट, डैशबोर्ड,मिरर, ग्लोवबॉक्स, विज़र्स, सीट, छत, कपहोल्डर, कालीन, और मापने योग्य किसी भी घटक को सूँघते हैं। ये जांच आम तौर पर तीन से पांच मिनट के भीतर की जाती है ताकि जल्द से जल्द उचित मूल्यांकन सुनिश्चित किया जा सके और अगर कुछ गड़बड़ लगता है, तो इसे सही किया जा सके।
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वहीं कंपनी के अनुसार एयर सर्कुलेशन और सूर्य का प्रकाश कार की गंध को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण हैं, इसलिए टीम गर्मी और नमी के लिए विशेष रूप से उपयोग करती है, जिसमें एक प्रकाश व्यवस्था होती है जो तेज धूप का अनुकरण करती है। इनो ने कहा कि “हम विभिन्न स्थितियों पर विचार करते हैं, जो कारों में Smell का प्रमुख कारण होती हैं। “कुछ विशेषज्ञों के पास आधार रेखा तक पहुंचने का अपना तरीका होता है, जैसे कि कॉफी बीन्स को सूंघना। मेरे मामले में, मैं अपनी कोहनी के पास अपने हाथ को सूंघकर अपनी नाक को रीसेट करता हूं। यह परिचित है, इसलिए यह मुझे नई सुगंध का पता लगाने के लिए तैयार करता है।