Gaadiwaadi की रिपोर्ट के मुताबिक ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम्स) के बारे में आप परिचित हैं, ADAS यानी एडवांस ड्राइवर असिस्टेंट सिस्टम कोई एक टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि कार सेफ्टी से जुड़ी कई सारी टेक्नोलॉजी का एक गुलदस्ता है। जैसा कि नाम से पता चलता है, कि यह एक ऐसी टेक्नोलॉजीस हैं जो सुरक्षित ड्राइविंग करने के लिए कार ड्राइवर की मदद करती है, और कैरेंस में यह फीचर ना मिलने के बावजूद यह इसमें मिलने वाली सुविधाओं की पेशकश कर रही है।
कैसे बिना ADAS काम करता है यह फीचर
बिना ADAS के कैरेंस स्पीड लिमिट और अन्य ट्रैफिक सिंबल सहित सड़क के संकेतों को पढ़ने में सक्षम है। जिसे कार में GPS का उपयोग करके हासिल किया जा सकता है। बताते चलें, कि गति संकेतों को पढ़ने के लिए रडार या कैमरों का उपयोग करने के बजाय कैरेंस अपने जीपीएस नेविगेशन सिस्टम का उपयोग सड़क संकेत डेटा को पढ़ने के लिए करता है जो सर्वर पर उपलब्ध है।
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यह सिस्टम स्कूलों के पास वाहन चलाते समय “आगे पार करने वाले बच्चों” की आवाज अधिसूचना भी दे सकता है, जो एक स्मार्ट फीचर है। इसके साथ ही “यू-टर्न” और “गो स्लो” संकेत अभी तक सिस्टम में नहीं जोड़े गए हैं, लेकिन ओटीए अपडेट निकट भविष्य में मुद्दे को हल कर सकता है। बता दें, कि इस तरह की सरल सुरक्षा प्रणालियां लागत को बढ़ाए बिना सभी के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाने में मदद कर सकती हैं।