कार में गलती से भी न लगवाएं ये किट, नहीं तो कार के साथ ही चली जाएगी जान
टेम्परेरी होती है विनाइल कोटिंग- विनाइल कोटिंग की परत कुछ वक्त के लिए होती है, इसकी ड्यूरेबिलिटी बहुत लंबे वक्त तक नहीं होती। आपको बता दें कि रैप कराने की तुलना गाड़ी को दोबारा पेंट करवाने से नहीं हो सकती। और तो और गर्मी या तेज बारिश और ठंड से यह परत खराब होने का डर रहता है। और अगर ठीक से ध्यान न रखा जाए तो ये परत कभी भी उखड़ सकती है। उधड़ी हुई रैपिंग से बुरा शायद ही कुछ लगता हो।
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कट सकता है चालान- गाड़ी के रजिस्ट्रेशन कार्ड पर कार का रंग लिखा होता है। अगर रैप दूसरे रंग का होगा तो यह नियम के खिलाफ माना जाएगा और आपका चालान कटना तय है। इसके अलावा गाड़ी चोरी होने पर भी यह बदला रंग दिक्कत दे सकता है।
किसी अच्छी जगह से कराए कोटिंग- जिस किसी को भी इस काम की जिम्मे दारी दें, उसका पुराना काम जरूर देख लें। क्योंकि रैप से गाड़ी का ओरिजनल रंग भी खराब हो जाता है।