न करें बार-बार थ्रोटल- नई कार चलाते समय थ्रोटल करने से बचें। दरअसल क्लच दबाकर एक्सलेटर का प्रयोग करने को थ्रोटल कहते हैं।नई कार के इंजन पर बेवजह फालतू का प्रेशर बनाने से इंजन पर बुरा असर पड़ता है।पेट्रोल कारों की बात करें तो शुरूआत में अधिकतम 2,500 आरपीएम तक रेंज रखनी चाहिए, इसके बाद लगभग 1000किमी की दूरी तय करने के बाद 3,000 या उससे ज्यादा आरपीएम में कार ड्राइव करनी चाहिए। वहीं नई डीजल कारों के लिए लगभग 1,500 किलोमीटर तक 2000 – 2500 आरपीएम का रेंज तय करना चाहिए।
महिन्द्रा ने लॉंच की 9 सीटर TUV300 PLUS, सबकुछ है पहले से ज्यादा लेकिन कीमत… कितनी देर चलाएं नई कार- नई कार खरीदने पर पहली सर्विसिंग होने तक उसे संभाल कर चलाना होता है।पहले 1000किमी तक चलाने के बाद गाड़ी की सर्विसिंग कराएं उसके बाद 2500किमी तक चलने पर दोबार सर्विसिंग कराएं। माना जाता है कि जब गाड़ी 2500 किमी चल जाती है तब कहीं जाकर गाड़ी के सभी कलपुर्जे सही फिट हो पाते हैं।
किसी भी नॉर्मल कार को लग्जरी कार बना देते हैं ये 5 एक्सेसरीज, कीमत महज 300 रुपये ओवर स्पीड न करें- अक्सर देखा जाता है कि लोग नई कार को 100की स्पीड में भगाने की कोशिश करते हैं लेकिन ये आपकी कार को बेकार कर सकता है। पहली सर्विसिंग होने तक कार की स्पीड को जरूरत से ज्यादा नहीं बढ़ाना चाहिए।
फुकरे का ‘चूंचा’ भोली से नहीं अपनी इस कार का है दीवाना सिंथेटिक ऑयल का इस्तेमाल करने से बचें– नई कार में जितना हो सके सिंथेटिक ऑयल का इस्तेमाल करने से बचें। सिंथेटिक ऑयल आपकी कार की परफार्मेंस पर नेगेटिव असर डालता है।