अपने अगले ट्वीट में टाटा ने लिखा, “एयर इंडिया लिमिटेड, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएसएटीएस (एआई हिस्सेदारी) आज टाटा समूह का हिस्सा बन गए हैं।”
वहीं, अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने कहा, “हम पूरी तरह से खुश हैं कि यह प्रक्रिया पूरी हो गई है और एयर इंडिया को टाटा समूह में वापस लाने से खुश है। हम एक विश्व स्तरीय एयरलाइन बनाने के लिए सभी के साथ चलने के लिए उत्सुक हैं।”
अधिग्रहण से पहले की पीएम से मुलाकात
इससे पहले एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया के आधिकारिक तौर पर अधिग्रहण से पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।
इसपर टाटा संस ने बयान जारी कहा था कि “रतन एन. टाटा इस महत्वपूर्ण लेन-देन को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए भारत सरकार और उसके विभिन्न विभागों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए एन. चंद्रशेखरन के साथ बैठक में शामिल हुए।”
बता दें कि 25 अक्टूबर 2021 को केंद्र सरकार ने टाटा ग्रुप के साथ 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया की बिक्री के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इस समझौते के तहत एयर इंडिया के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद टाटा ग्रुप सरकार को 2,700 करोड़ रुपये नकद देगी।
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