वोडाफ़ोन आइडिया के ऋणदाता बहुत चिंतित हैं जहां उनको अपने पैसे के डूबने की आशंका है, वहीं वे सरकार और VI से लगातार बातचीत कर रहे है। वोडाफ़ोन और आइडिया लगातार घाटे में जाने के बाद दोनों ने हाथ मिला लिया था और नई कंपनी VI के साथ बाज़ार में लॉन्च हुई थी। इसके बाद भी दोनों कंपनिया फायदे में नहीं आई और भारत की सबसे बड़ी घाटे वाली टेलीकॉम कंपनी बन गई।
वोडाफ़ोन आइडिया को ऋण देने में IDFC बैंक और Yes बैंक प्रमुख हैं जिन्होंने अपने कुल ऋण का 5.30 फ़ीसदी के करीब केवल वोडाफ़ोन आइडिया को उधार दिया है। जिसमे आईडीएफसी बैंक ने 2.90 % और येस बैंक ने 2.40% का उधार दिया है।
IDFC BANK -3240CR (2.90)%
YES BANK – 4000CR (2.40)%
INDUSIND BANK- 3500CR (1.65)%
PNB- 3000CR (0.44)%
SBI – 11000CR (0.43)%
ICICI – 1700CR (0.23%)
AXIX BANK – 1300CR (0.21)%
HDFC BANK – 1000CR (0.09)% ये सभी बैंक जून में भी वित्त मंत्रालय से संपर्क करके अपनी समस्या को उठा चुके है जहां पर उन्होंने कहा कि अगर वोडाफ़ोन आइडिया डूब जाती है और उनका पैसा नहीं आता है तो यह सरकार की सबसे बड़ी नाकामी होगी क्योंकि सार्वजनिक बैंको का यह सबसे बड़ा नुकसान होगा।