टीएमएससी दुनिया की सबसे बड़ी चिप मेकर कंपनी है। यह एपल जैसी कंपनियों को भी सेमीकंडक्टर चिप उपलब्ध करवाती है। वर्तमान में यह कंपनी दुनिया को सबसे छोटी और आधुनिक चिप का कुल 90 फीसदी हिस्सा सप्लाई करती है। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बढ़ी हुई कीमतें इस वर्ष के अंत अथवा अगले वर्ष में प्रभावी होंगी।
RBI के गवर्नर का ऐलान, दिसंबर के अंत तक पहला डिजिटल करेंसी ट्रायल प्रोग्राम लॉन्च होगा
धीमी हुई चिप के उत्पादन की गतिदुनियाभर में चिप की कमी ने मैन्युफैक्चरिंग की गति धीमी कर दी है। दुनियाभर में इन दिनों सेमीकंडक्टर चिप्स की भारी किल्लत चल रही है। इस वजह से यात्री वाहनों के उत्पादन, स्मार्टफोन, मोबाइल, टीवी और गेमिंग कंसोल के उत्पादन पर असर पड़ा है। टीएसएमसी ने कहा था कि इस तिमाही से अपने ग्राहकों के लिए ऑटो चिप की कमी धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
Petrol-Diesel Price Today : दो दिन से राहत, फिर भी टंकी फुल करवाने से पहले चेक करें पेट्रोल-डीज़ल के लेटेस्ट रेट
आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की पहलभारत, अमरीका सहित विश्व के अन्य कई बड़े देश चिप के उत्पादन में आत्मनिर्भर होने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन उपक्रमों को एक बिलियन अमरीकी डॉलर का नकद प्रोत्साहन देने का प्रस्ताव रखा है, जो देश में अपनी चिप इकाईयां लगाने में दिलचस्पी रखते हैं। टाटा ग्रुप भी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की चाह रखता है। इस पहले से सेमीकंडक्टर चिप की जरूरत पूरी होगी।