बाजार की स्थिति (Stock Market Closing)
शुक्रवार को बंबई शेयर बाजार(BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 600 अंक से अधिक गिरकर 79402.29 के स्तर पर बंद हुआ। वही, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 218.60 अंक यानी 0.9 फीसदी की गिरावट के साथ 24,180. के स्तर पर आ गया। बाजार के इस उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण अंतरास्ट्रीय आर्थिक स्थिति में बढ़ती अस्थिरता और घरेलू आर्थिक आंकड़ों की चिंता रही। ये भी पढ़े:- शेयर बाजार में भूचाल, सेंसेक्स धराशायी, एक दिन में इतने अंकों की गिरावट ज्यादा हानि उठाने वाली कंपनीयां (Stock Market Closing)
इंडसइंड बैंक, बीपीसीएल, अदानी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, और महिंद्रा एंड महिंद्रा निफ्टी पर ज्यादा हानि उठाने वालों में शामिल हैं, जबकि आईटीसी, सन फार्मा, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एचयूएल, और एक्सिस बैंक लाभ में रहे हैं। सेक्टरों के प्रदर्शन में, एफएमसीजी (0.5 प्रतिशत की बढ़त) को छोड़कर, अन्य सभी सूचकांकों जैसे ऑटो, कैपिटल गुड्स, मेटल, ऑयल एंड गैस, पावर, टेलीकॉम, और मीडिया में 1-2 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 1.5 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 2.4 प्रतिशत नीचे बंद हुए।
अंतरास्ट्रीय बाजार का प्रभाव (Stock Market Closing)
बाजार में गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर बढ़ती ब्याज दरें और आर्थिक संकेतकों में कमजोरी रही। अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में संभावित वृद्धि की संभावना ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। साथ ही, यूरोप और एशिया के बाजारों में भी कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर पड़ा है। ये भी पढ़े:- दिवाली से पहले एलन मस्क पर लक्ष्मी की कृपा, एक झटके में कमाए 33.5 अरब डॉलर कंपनियों के प्रदर्शन (Stock Market Closing)
अधिकांश सेक्टर्स में गिरावट देखी गई, जिसमें बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, और रियल एस्टेट प्रमुख थे। विशेष रूप से, प्रमुख बैंकों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई, जिससे बाजार को और अधिक धक्का लगा। इनमें से एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, और एक्सिस बैंक के शेयरों में 2 से 3 फीसदी की गिरावट आई।
टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में आई कमी (Stock Market Closing)
ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी मंदी का माहौल रहा, जहां टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में कमी आई। इसके विपरीत, कुछ कंपनियों के शेयरों में थोड़ी वृद्धि देखने को मिली, जैसे कि इंफोसिस और टीसीएस, लेकिन यह वृद्धि बाजार के सामान्य उतार-चढ़ाव को संतुलित नहीं कर सकी।