नहीं है अनिवार्य: होम लोन इंश्योरेंस लेना अनिवार्य नहीं है, लेकिन इसे अवश्य लेना चाहिए। परिवार को वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
जॉइंट कवरेज: जॉइंट उधारकर्ताओं को इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर किया जा सकता है। अलग पॉलिसी की जरूरत नहीं है।
क्यों लेना चाहिए लोन इंश्योरेंस
इसके कई फायदे हैं। अप्रत्याशित घटनाओं की स्थिति में फाइनेंशियल नुकसान नहीं होता है। नौकरी चले जाने पर ईएमआइ का भुगतान नहीं करना पड़ता। गंभीर बीमारियों को भी कवर किया जाता है। परिवार लोन की अदायगी से बच जाता है।
टैक्स लाभ: होम लोन इंश्योरेंस सेक्शन 80सी के तहत टैक्स लाभ होता है। लेकिन अगर आप प्रीमियम को अपनी लोन राशि में जोडक़र ईएमआइ के माध्यम से भुगतान करते हैं, तो आपको यह टैक्स लाभ नहीं मिलेगा।
कम प्रीमियम
इसका प्रीमियम आमतौर पर अन्य बीमा योजनाओं की तुलना में कम होता है जिससे यह अधिक सुलभ होता है। क्रिटिकल इलनेस कवर: इस इंश्योरेंस में अतिरिक्त शुल्क का भुगतान कर गंभीर बीमारी (कैंसर, दिल का दौरा, स्ट्रोक) या विकलांगता को कवर किया जा सकता है।
दो तरह की पॉलिसी
होम लोन के लिए दो तरह की इंश्योरेंस पॉलिसी हैं। प्रॉपर्टी इंश्योरेंस और मॉरगेज पेमेंट प्रोटेक्शन। जहां प्रॉपर्टी इंश्योरेंस आपके घर को आग, बाढ़ या अन्य जोखिमों से सुरक्षित करता है, वहीं मॉरगेज पेमेंट प्रोटेक्शन मृत्यु, नौकरी खोने, दुर्घटना या बीमारी के कारण काम न कर पाने की स्थिति में भुगतान को कवर करने में मदद करता है।