भारत में मेट्रो कैश एंड कैरी स्टोर का स्ट्रांग सप्लायर नेटवर्क है और रिलायंस रिटेल को खुदरा कारोबार में अपना कामकाज बढ़ाने में काफी मदद मिलने की उम्मीद है। कुछ दिन पहले ही मेट्रो एजी के ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर स्टीफन ग्रॉएबल ने कहा था कि कंपनी अपने भारतीय कारोबार को बेचने के बहुत करीब पहुंच गई है और देश में कामकाज समेटने की तैयारियों में जुटी है।
स्टीफन ने पिछले हफ्ते सालाना कमाई की घोषणा करते हुए कहा, “हम भारत में कारोबार समेटने के लिए बातचीत के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। ऐसा लगता है कि अगले कुछ दिनों में यह डील पूरी हो जाएगी।” वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मैट्रो एजी को खरीदने से संबंधित एक बयान में कहा, “इस अधिग्रहण से रिलायंस रिटेल के फिजिकल स्टोर फुटप्रिंट को बढ़ाने में मदद मिलेगी। ग्राहकों को बेहतर सेवा देने और छोटे कारोबारियों को जरूरत की चीजें उपलब्ध कराने के मामले में रिलायंस रिटेल को काफी मदद मिलने वाली है।”
बता दें, मेट्रो कैश एंड कैरी ‘मेट्रो इंडिया’ ब्रांड के तहत कारोबार करती है। मेट्रो इंडिया ने 2003 में देश में अपना कारोबार शुरू किया था। ये भारत में कैश-एंड-कैरी बिजनेस फॉर्मेट पर कारोबार शुरू करने वाली पहली कंपनी थी। इस समय लगभग 3500 कर्मचारियों के साथ 21 शहरों में 31 बड़े स्टोर संचालित किए जा रहे हैं। ये 31 स्टोर बेंगलुरू, हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, के अलावा कोलकाता, जयपुर, जालंधर जीरकपुर, अमृतसर, अहमदाबाद, सूरत, इंदौर, लखनऊ, मेरठ, नासिक, गाजियाबाद, तुमकुरु, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, गुंटूर और हुबली में है।