बिगबास्केट के राष्ट्रीय प्रमुख (अनिवार्य श्रेणी) सेषु कुमार तिरुमला के अनुसार, महाराष्ट्र, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में कंपनी को खाद्यान्न, तेल, आटा, मसाला, फल और सब्जियां तथा डेरी उत्पादों जैसी आवश्यक श्रेणियों में ज्यादा आर्डर मिल रहे हैं। फ्लिपकार्ट, एमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों ने मांग पूरी करने के लिए डिलीवरी साझेदारों की भर्ती का दायरा बढ़ा दिया है। इनमें से कई दूसरे राज्यों से भी आए हुए हैं जो स्थिति और गंभीर होने पर अपने गृहनगर भी वापस जा सकते हैं ऐसे में उन्हें वापस लाना भी एक चुनौती होगी। मांग में वृद्धि के आधार पर हम और लोगों को काम पर रख रहे हैं।
कोविड के खिलाफ लड़ाई –
अगर देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन जैसी स्थिति बनती है, तो ई-कॉमर्स कंपनियां कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाएंगी, जो सामाजिक दूरी को बनाए रखने और बिना किसी संपर्क के सामान के वितरण की सुविधा भी देती हैं, लेकिन वहीं ऑफलाइन कारोबार निकायों और राजनीतिक लॉबिंग का दबाव भी है। कई खुदरा संगठनों का कहना हे कि ऐसी स्थिति में ई-कॉमर्स को व्यापार की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
क्या कहता है ऑनलाइन सर्वे-
सामुदायिक मंच लोकलसर्कल्स के आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि करीब 21 प्रतिशत शहरी परिवारों द्वारा जरूरी चीजों की खरीद ऑनलाइन करने की संभावना है, जबकि मार्च में 16 फीसदी परिवारों ने और फरवरी में 11 फीसदी परिवारों ने आवश्यक सामानों की खरीदारी ऑनलाइन की थी। यह अतिरिक्त मांग पहले से ही प्रमुख ई-किराना कंपनियों के समय पर डिलीवरी करने के दबाव को दोगुना कर रही है। आगे भी इसके बने रहने की उम्मीद है।
डिलिवरी कर्मचारियों की सुरक्षा-
ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों एमेजन और फ्लिपकार्ट दोनों ने कहा कि वे आपूर्ति शृंखला से जुड़े अपने कर्मचारियों, डिलीवरी कर्मियों, विक्रेताओं और अन्य लोगों की बेहतरी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। एमेजन ने कहा कि अपनी टीमों की सुरक्षा कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। कंपनी अपने सभी साइटों की बार-बार सफाई कराने के साथ ही कई अन्य उपाय भी कर रही है।