फोर्ब्स के अनुसार, झुनझुनवाला 2021 में भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति और 2022 में अब तक दुनिया के 438वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। पीएम ने जताया दुख झुनझुनवाला के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त किया है। पीएम ने ट्वीट किया है कि, राकेश झुनझुनवाला अदम्य थे। जीवन से भरपूर, मजाकिया और व्यावहारिक। वह अपने पीछे फाइनेंस की दुनिया में एक अमिट योगदान छोड़ जाता है। भारत की प्रगति के प्रति भी उनमें गहरा पैशन था। उनका जाना दुखद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें अस्पताल में मृत लाया गया था, वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्हें 2-3 सप्ताह पहले अस्पताल से छुट्टी मिली थी। दिग्गज कारोबारी झुनझुनवाला के निधन की पुष्टि ब्रीच कैंडी अस्पताल ने कर दी है। उन्हें आज सुबह 6 बजकर 45 बजे मिनट पर अस्पताल लाया गया था।
अकासा एयरलाइन्स की थी हाल में लॉन्च अभी कुछ दिन पहले झुनझुनवाला ने अकासा एयरलाइंस लॉन्च करने के कारण चर्चा में बने हुए थे। रविवार 14 अगस्त को 62 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली है।
आयकर अधिकारी के बेटे थे राकेश दलाल स्ट्रीट के ‘बिग बुल’ के रूप में जाने जाने वाले बेहद काबिल निवेशक थे। राकेश झुनझुनवाला एक स्व-निर्मित व्यापारी, निवेशक और व्यवसायी थे। झुनझुनवाला एक आयकर अधिकारी के बेटे थे और प्रोफेशन से चार्टेड एकाउंटेंट भी थे। वे अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे छोड़ गए हैं। उन्हें भारत का वॉरेन बफे कहा जाता है।
अंतिम बार अकासा के लान्च पर सार्वजनिक रूप से देखे गए उनकी अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति कम लागत वाली एयरलाइन अकासा एयर के लॉन्च पर दर्ज की गई थी, जिसमें कुछ दिन पहले तक झुनझुनवाला एक प्रमोटर थे। चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में कैरियर शुरू करने वाले राकेश का स्वास्थ्य पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं चल रहा था और उपरोक्त सार्वजनिक कार्यक्रम में व्हीलचेयर में देखा गया था। फोर्ब्स के अनुसार, लगभग 5.8 अरब डॉलर की अनुमानित संपत्ति के साथ, झुनझुनवाला भारत में 36 वें सबसे अमीर अरबपति थे।
काफी समृद्ध था उनका पोर्टफोलियो उनके पोर्टफोलियो में स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलिस इंडिया, एस्कॉर्ट्स, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजरा टेक्नोलॉजीज, टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं। कुल मिलाकर जून तिमाही के अंत में उनकी 47 कंपनियों में हिस्सेदारी थी।