ये भी पढ़े:- GST परिषद की नई दिल्ली में बैठक, छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
लिस्टिंग ने निवेशकों को किया मालामाल (Rajputana Biodiesel IPO)
राजपूताना बायोडीजल (Rajputana Biodiesel IPO) ने अपने आईपीओ के जरिए 24.70 करोड़ रुपए जुटाए है। कंपनी का इश्यू सब्सक्रिप्शन के दौरान भारी मांग में रहा। आईपीओ को कुल 718.81 गुना सब्सक्राइब किया गया, जिसमें रिटेल इन्वेस्टर्स का कोटा 746.57 गुना और नॉन-इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1345.96 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशक सिर्फ 1 लॉट के लिए आवेदन कर सकते थे, जिसमें 1000 शेयर शामिल थे।IPO की सफलता, निवेशकों का अटूट भरोसा
राजपूताना बायोडीजल (Rajputana Biodiesel IPO) के शानदार प्रदर्शन के पीछे निवेशकों का भरोसा और कंपनी के व्यवसाय मॉडल की सफलता प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। कंपनी बायोफ्यूल्स और उनके सह-उत्पादों के उत्पादन और आपूर्ति के क्षेत्र में कार्यरत है। फुलेरा, राजस्थान में स्थित 4000 वर्ग मीटर की उत्पादन सुविधा इसके व्यवसाय के विस्तार को दर्शाती है।बायोफ्यूल सेक्टर में बढ़ती संभावनाएं
बायोफ्यूल सेक्टर भारत में तेजी से बढ़ रहा है, खासकर जब सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। राजपूताना बायोडीजल (Rajputana Biodiesel IPO) जैसे स्टार्टअप इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। कंपनी की स्थापना 2016 में हुई थी, और अब यह अपने क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है।कंपनी के शेयरों में तेजी का कारण
सॉलिड बिजनेस मॉडल: बायोफ्यूल की बढ़ती मांग और सरकार की नीतियां कंपनी के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।मजबूत सब्सक्रिप्शन आंकड़े: 718 गुना सब्सक्रिप्शन ने बाजार में कंपनी की अच्छी स्थिति का संकेत दिया।
प्रीमियम लिस्टिंग: 90% प्रीमियम पर लिस्ट होने के बाद शेयरों में तेजी बनी रही।
विश्लेषकों का क्या कहना है?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि राजपूताना बायोडीजल (Rajputana Biodiesel IPO) के शेयरों में तेजी का मुख्य कारण निवेशकों का उत्साह और कंपनी की भविष्य की संभावनाएं हैं। इसके अलावा, बायोफ्यूल क्षेत्र में राजपूताना का तकनीकी कौशल और मजबूत प्रोडक्शन क्षमता इसे प्रतिस्पर्धी बनाते हैं। ये भी पढ़े:- Post Office की यह स्कीम कर देगी पैसा डबल, 115 महीनों में मिलेगा शानदार रिटर्न, जानें पूरी डिटेल
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन निवेशकों ने इस आईपीओ में हिस्सा लिया है, उन्हें मुनाफा कमाने के लिए अल्पकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। हालांकि, बायोफ्यूल सेक्टर में कंपनी की दीर्घकालिक संभावनाओं को देखते हुए लंबी अवधि के निवेश पर भी विचार किया जा सकता है। Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। राजस्थान पत्रिका इस लेख में दिए गए किसी भी निवेश निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं है।