नवंबर 2022 में अमेजन ने अपने कर्मचारियों को एक VSP प्रस्ताव जारी किया, जिसने कर्मचारियों को विशिष्ट फायदे के बदले स्वेच्छा से नौकरी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। इनमें अन्य लाभों के साथ 22 हफ्तों का मूल वेतन शामिल है। अमेजन ने कहा कि उसके पास कर्माचारियों के आवेदन स्वीकृत या अस्वीकार करने का अधिकार है, जिसमें वह कुछ लोगों के आवेदन को स्वीकार सकता है, जबकि अन्य को कंपनी में बनाए रख सकता है।
NITES के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह सलूजा ने कहा है कि हजारों कर्मचारियों और उनके परिवारों की आजीविका अब कमजोर हो रही है। औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार कंपनी सरकार से पूर्व अनुमति के बिना मस्टर रोल पर मौजूद किसी कर्मचारी की छंटनी नहीं कर सकती है। अमेजन ने भारतीय श्रम कानूनों के मौजूदा प्रावधानों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किया है, जिसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना है। सलूजा ने कहा कि अमजेन के द्वारा लागू की गई वोलेंटरी सेपरेशन प्रोग्राम (VSP) की कभी भी समीक्षा के लिए श्रम मंत्रालय के सामने प्रस्तुत नहीं किया गया है, जो कि मौजूदा श्रम कानूनों का उल्लंघन है। इसके बाद श्रम मंत्रालय ने VSP के लिए अमेजन इंडिया को नोटिस जारी करके तलब किया है।