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यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि पीपीएफ में पैसा जमा करने का कोई तय डेट नहीं होता। इसलिए लोग हर माह की किसी भी तारीख को पैसा जमा कर देते हैं। यही एक ऐसी चूक है जिसकी वजह से लोग बड़ा नुकसान उठाते हैं। एक ऐसा नुकसान है जो सटीक जानकारी होने और उस अमल करने मात्र से बचा जा सकता है। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि PPF पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है। कैसे आप ज्यादा से ज्यादा ब्याज हासिल कर सकते हैं ताकि आपकी रकम कई गुना बढ़ जाए। PPF पर ऐसे कैलकुलेट होता है ब्याज PPF पर हर महीने ब्याज की गणना होती है। ये खाते में वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाता है। यानी हर महीने जो भी ब्याज आप कमाते हैं वो 31 मार्च को आपके PPF खाते में डाल दिया जाता है। PPF पर ब्याज की गणना हर महीने की 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक खाते में मौजूद रकम पर होती है। कहने का तात्पर्य यह है कि अगर आपने किसी महीने की 5 तारीख तक PPF खाते में पैसा डाल दिया तो उस पैसे पर उसी महीने ब्याज मिल जाएगा। अगर आप 6 तरीख को पैसा डालते हैं तो आपको एक महनी के ब्याज का नुकसान उठाना पड़ता है। अगर आप इस तरह की गलती हर महीने करते हैं तो समझ लीजिए कि आप हर माह ब्याज का नुकसान उठाते हैं। ऐसा इसलिए कि 6 तारीख को पैसा जमा किया तो जमा की गई रकम पर ब्याज अगले महीने से मिलेगा। कुल मिलाकर पेसा जमा करने के तरीके से ब्याज में फर्क आ जाता है।
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PPF: केवल 1,000 रुपए निवेश कर पाएं 18 लाख का रिटर्न, जानिए क्या है तरीका?टैक्स छूट पर ज्यादा लाभ के लिए 1 से 5 अप्रैल के बीच करें निवेश इसलिए अगर आप PPF में अपने पैसे पर ज्यादा से ज्यादा ब्याज चाहते हैं तो इस ट्रिक को ध्यान में रखें। हर महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें। ताकि आपको उस महीने का ब्याज जरूर मिल जाए। एक्सपर्ट ये भी सलाह देते हैं कि PPF पर 1.5 लाख के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। इसलिए अगर आप ये टैक्स छूट लेना चाहते हैं तो 1.5 लाख की पूरी रकम नया वित्त वर्ष शुरू होते ही 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच ही जमा कर दें। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो हर महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें। बता दें कि करीब डेढ़ साल पहले 30 मार्च 2020 को सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भारी कटौती की थी। PPF पर ब्याज दरें भी 7.1 परसेंट पर हैं।