गुरुवार को जारी बयान में कहा गया कि इस संबोधन का उद्देश्य वैश्विक व्यापार में भारत के निर्यात के हिस्से को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ आयोजित की जा रही इस महत्वपूर्ण बैठक में कोशिश होगी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए निर्यात का बूस्टर डोज पाने की ताकि कोरोना काल में आई आर्थिक कमजोरी का इलाज किया जा सके।
शुक्रवार शाम होने वाली इस बैठक को पीएम मोदी संबोधित करेंगे, जिसमें विभिन्न दूतावासों में मौजूद भारतीय राजनयिक और वाणिज्य प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। बैठक को वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
बता दें कि देश का निर्यात जुलाई में 47.19 प्रतिशत बढ़ा है। बढ़ने के बाद बीते माह में ये 35.17 अरब डॉलर रहा। निर्यात में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषणों के निर्यात में बढ़ना है। हालांकि मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए 400 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखा है।