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कोरोना काल में नौकरी पर संकट या कम हो गई है सैलरी? ऐसे करें अपनी सेविंग्स-पैसों का जुगाड़

महामारी के समय विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए इस तरह के उपाय कारगर सिद्ध हो सकते हैं। सही कदम उठाने पर वित्तीय संकट से बचा जा सकता हैं।

Jul 04, 2021 / 04:59 pm

Mohit Saxena

chhindwara

नई दिल्ली। कोरोना महामारी को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) लगने के बाद से कर्मचारियों के हालात लगातार बदतर होते चले गए। कंपनियों ने बड़े पैमाने पर वेतन में कटौती की। इसके साथ छंटनी ने लाखों कर्मचारियों को दुविधा में धकेल दिया। खासकर ऐसे लोगों को ज्यादा समस्या सामने आईं, जिनके पास कोई वित्तीय योजना नहीं थी। यहां पर हम आपके सामने कुछ ऐसे विकल्प लेकर सामने आए हैं जो ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में आपकी मदद कर सकते हैं।

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फिक्स्ड-इनकम इंवेस्टमेंट

इस संकट के समय बैंक में ऐसी फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed deposit) जिनका कोई अहम वित्तीय लक्ष्य नहीं हैं, उसे भुनाया जा सकता है। इससे आपको तत्काल कुछ समय की राहत मिल सकती है। हालांकि आम तौर पर लंबी अवधि के निवेश अच्छा रिटर्न देते हैं। इसे पहले निकाल लेने से आपको पेनाल्टी भी लगती है। ऐसे में आप अपनी जरूरत के हिसाब से इस पैसे का उपयोग कर सकते हैं।

EPF का ले सकते हैं सहारा

आय में व्यवधान का सामना कर रहे कर्मचारियों को कुछ राहत देने के लिए, सरकार ने ईपीएफ (EPF) उपभोक्ताओं को अपने खाते से पैसे निकालने की अनुमति दी हैं। इसके लिए आप आनलाइन सेवाओं का सहारा ले सकते है। मगर ईपीएफ सब्सक्रिप्शन का विकल्प तभी चुनें जब मौजूदा फिक्स्ड-इनकम निवेश आय व्यवधान को दूर करने के लिए पर्याप्त न हो। ऐसा इसलिए है क्योंकि ईपीएफ आपकी सेवानिवृत्ति में सहायक सिद्ध हो सकता है।

क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि को ईएमआई में बदलें

क्रेडिट कार्ड (Credit card) वाले लोग, जो अपना बकाया चुकाने में असमर्थ हैं, वे अपने बकाए को ईएमआई में बदल सकते हैं। इस पैसे को एकसाथ दिए जाने के बजाए टुकड़ों में देने से आपको राहत मिल सकती है। इसे चुकाने की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। जिससे कार्डधारक अपनी वित्तीय क्षमता के आधार पर कुल राशि को छोटी किश्तों में चुका सकते हैं।

आरबीआई ने कर्जदारों को दी राहत

कोविड-19 महामारी में कर्जदारों को राहत देने के लिए आरबीआई ने नई स्कीम निकाली है। इसके तहत व्यक्तिगत तथा छोटे कर्जदारों को कर्ज की किश्तों का पुनर्गठन कर कर्ज चुकाने के लिए अधिक समय देने की अनुमति दी गई है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के अनुसार दो साल तक के लिए कर्ज पुनर्गठन की सुविधा उन व्यक्तियों और लघु एवं मझोले उद्यमों को मिलेगी, जिन्होंने 2020 में ऋण का पुनर्गठन नहीं कराया था। उनके कर्ज के खाते 31 मार्च,2021 तक सामान्य रूप से चल रहे हों यानी उस पर ब्याज तथा किश्त की अदायगी होती रही हो।

आपातकालीन फंड

हर किसी को अपना एक आपातकालीन फंड तैयार करना चाहिए। इसका इस्तेमाल मुश्किल समय में किया जा सकता है। इसमें अपनी जरूरतों के लिए खर्च होने वाली छह माह की राशि को रखना चाहिए। जिन लोगों के पास आपातकालीन फंड नहीं है, उन्हें भविष्य की जरूरतों के निर्माण को लेकर प्राथमिकता देनी चाहिए। यह फंड हाई-यील्ड सेविंग अकाउंट में होना चाहिए ताकि तुरंत निकासी आसान हो।

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इस तरह ले सकते हैं लोन

इस समय आसानी से लोन (Loan) मिलना मुश्किल है। उद्योगों में काम करने वाले लोग जो COVID-19 से प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए हैं, उन्हें गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। वित्तीय कमी को दूर करने के लिए गोल्ड लोन, प्रॉपर्टी पर लोन और सिक्योरिटीज पर लोन पर विचार किया जा सकता है। तुलनात्मक रूप से, ऋणदाता इस प्रकार के ऋण देने में अधिक सहज होते हैं।

पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा कवर

महामारी में पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा कवर (Heaith insurance) होना जरूरी है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद एक पल में किसी व्यक्ति की बचत समाप्त हो सकती है। इससे भविष्य के खर्चों को पूरा करना मुश्किल हो जाता है। जिन्हें कंपनी की तरफ से हेल्थ इंश्योरेंस मिला है, उन्हें अतिरिक्त इंश्योरेंस लेने की आवश्यकता है।

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