मंत्री मुत्तुसामी निषेध और आबकारी विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। शराब की बिक्री से अर्जित राजस्व हर साल बढ़ रहा है। 2019-20 में 33,133.24 करोड़ रुपए से यह 2020-21 में मामूली रूप से बढ़कर 33,811.15 करोड़ रुपए हो गया और 2021-22 में यह 2,500 करोड़ रुपए से अधिक बढ़कर 36,050.65 करोड़ रुपए हो गया। राजस्व में वृद्धि राज्य सरकार द्वारा हाल ही में घोषित मूल्य वृद्धि के कारण भी हुई।
राज्य में 4,829 शराब खुदरा वेंडिंग दुकान
प्रतिशत के हिसाब से बिक्री मार्जिन पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा अधिक हो सकता है, क्योंकि 4,829 शराब खुदरा वेंडिंग दुकानों के माध्यम से शराब की बिक्री राज्य सरकार के लिए अपनी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के वित्तपोषण के लिए प्रमुख राजस्व अर्जक में से एक थी। मुत्तुसामी ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बिक्री 45,855.67 करोड़ रुपए थी। कीमतों में बढ़ोतरी के बाद औसतन दैनिक बिक्री लगभग 100 करोड़ रुपए के दायरे में थी और यह सप्ताहांत और नए साल, पोंगल और दीपावली जैसे त्यौहारों के मौसम के दौरान 110 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर जाती थी।
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