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कंपनी आईपीओ लाने के लिए जिन इनवेस्टमेंट बैंकर्स से बातचीत कर रही है, इनमें जेएम फाइनेंशियल और कोटक सिक्योरिटीज शामिल है। इसे लेकर ग्लोबल हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर नरेश त्रेहान को भेजी गई ईमेल का अभी कोई रिप्लाई नहीं आया है। डॉक्टर त्रेहान देश के मशहूर कार्डिक सर्जन हैं।
2004 में हुई थी मेंदांता की शुरुआत
वर्ष 2004 से मेदांता की शुरुआत हुई थी। मेदांता का फ्लैगशिप हॉस्पिटल मेडिसिटी गुरुग्राम में है। यहां पर 1300 बेड हैं जिसमें 246 क्रिटिकल केयर बेड हैं। निजी क्षेत्र के अस्पतालों की बात करें तो यह देश का सबसे बड़ा अस्पताल है। इस हॉस्पिटल चेन की ऑपरेशनल कैपेसिटी फिलहाल 2 हजार बेड की है। मेदांता मल्टी-सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल गुरुग्राम, लखनऊ, इंदौर और रांची में है। पटना में 2020 में आउटपेंशेट सर्विस शुरू किया गया। इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट, साउथ दिल्ली और डीएलएफ साइबरसिटी में भी मेदांता अस्पताल के तीन अस्पताल हैं।
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कार्लाइल ग्रुप की 27 फीसदी हिस्सेदारी
कंपनी में प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स कार्लाइल ग्रुप और टेमटेस की मेजॉरिटी स्टेक है। कार्लाइल ग्रुप के 27 फीसदी स्टेक है, वहीं टेमसेक के पास 18 फीसदी स्टेक है। कार्लाइल 2013 में कंपनी के बोर्ड में जुड़ गई थी। वहीं टेमसेक 2015 में कंपनी में पैसा लगाना शुरू करा था। इस कंपनी पर डॉक्टर नरेश त्रेहान और मेदांता के को-फाउंडर सुनील सचदेवा का अधिकार है।