स्मॉल-कैप फंड को अपने निवेश का मुख्य हिस्सा बनाना
कई बार जब शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता आती है तो निवेशक बिना सोचे समझे स्मॉल-कैप फंड को अपने निवेश का मुख्य हिस्सा बना लेते हैं। इससे आपके निवेश में जोखिम बढ़ जाता है, जो आपके निवेश के रिटर्न को भी प्रभावित कर सकता है। बिना सोचे समझे कहीं भी किसी एक्सपर्ट के सलाह के बिना निवेश नहीं करना चाहिए।
निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार
म्यूचुअल फंड SIP शुरू करने के लिए कई निवेशक बहुत ऐसे निवेशक होते हैं जो निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार करते हैं। उनका इसके पीछे तर्क होता है कि जब मार्केट में बढ़िया गिरावट होगी तब निवेश करने में ज्यादा रिटर्न मिलेगा। कुछ हद तक वह सही भी हैं, लेकिन किसी को यह नहीं पता होता है कि शेयर मार्केट में कितनी और कब तक गिरावट या तेजी होगी। वहीं SIP तो लंबे समय के लिए होता है, जिसमें हर महीने पैसे निवेश होते रहते हैं। इसलिए SIP के द्वारा निवेश करने के लिए सही समय का इंतजार नहीं करना चाहिए।
SIP बंद करन देना
बहुत से निवेशक SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड उस निवेश करते हैं जब मार्केट में तेजी रहती है। वहीं जब गिरावट होती है तो घबरा कर SIP को बंद कर देते हैं। ऐसे में निवेशकों को निवेश में गिरते मार्केट का फायदा नहीं हो पाता है। इसलिए म्यूचुअल फंड SIP को शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय बंद नहीं करना चाहिए।
SIP राशि को नहीं बढ़ाना
म्यूचुअल फंड निवेश में SIP के राशि में छोटी सी भी बढ़ोतरी आपके निवेश की मेच्योरिटी अमांउट में वृद्धि कर देती है। वहीं शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय की गई बढ़ोतरी निवेश में मेच्योरिटी अमांउट को तेजी से बढ़ा देती है। ऐसे में ये गलती आपको कभी भी नहीं करनी चाहिए।
म्यूचुअल फंड से पैसा निकाल लेना
शेयर मार्केट में गिरावट या अस्थिरता के समय बहुत से निवेशक म्यूचुअल फंड की SIP बंद करने के साथ ही पैसा भी निकाल लेते हैं। इससे उनको अपने निवेश के रिटर्न में बहुत नुकसान होता है। इसलिए कभी भी बिना सोचे समझे गिरावट या अस्थिरता से डरकर पैसा नहीं निकलना चाहिए।