जियो का IPO और इसके मायने (Mukesh Ambani Plan)
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Plan) ने जियो को एक नई दिशा देने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य है कंपनी को देश-विदेश में तकनीकी और दूरसंचार के क्षेत्र में और अधिक विस्तार देना। भारतीय बाजार में जियो का IPO लाने का यह कदम कंपनी के वैल्यूएशन को बढ़ाने के साथ ही, अंबानी के बिजनेस साम्राज्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। इस IPO से प्राप्त राशि का उपयोग जियो अपने 5G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड सर्विसेज में निवेश करने में करेगा। ये भी पढ़े:- डिलीवरी की दूरी बढ़ा-चढ़ा कर बताने पर इस फ़ूड डिलीवरी एप पर 35 हजार का जुर्माना
जियो आईपीओ टाइमलाइन
रिलायंस 2019 से इन आईपीओ की तैयारी कर रहा है, जब अंबानी (Mukesh Ambani Plan) ने शुरुआत में पांच साल के भीतर रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल को सदस्य के रूप में जोड़ने की योजना का उल्लेख किया था। तब से, उन्होंने केकेआर, जनरल अटलांटिक और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी सहित अंतरास्ट्रीय निवेशकों से इन उद्यमों के लिए 25 बिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिन्होंने जियो और रिटेल का मूल्यांकन 100 बिलियन डॉलर से अधिक करने में योगदान दिया है।Jio की योजनाएं
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Plan) अपने डिजिटल नेटवर्क और सेवाओं के विस्तार के साथ ही नए क्षेत्रों में प्रवेश करना चाहते हैं। हाल ही में जियो के पास भारत के टेलीकॉम सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्राहकों का आधार है और 5G नेटवर्क को तेजी से देशभर में फैलाने की उनकी योजना ने बाजार में प्रतिस्पर्धा को और बढ़ा दिया है। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Plan) ने हाल ही में अपने सालाना जनरल मीटिंग (AGM) में घोषणा की थी कि कंपनी का लक्ष्य 5G नेटवर्क को देश के हर कोने तक पहुंचाना है। यह महत्वाकांक्षी योजना जियो को न केवल भारत में, बल्कि अंतरास्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण तकनीकी खिलाड़ी बना सकती है।Jio का मुकाबला मस्क की स्टारलिंक इंटरनेट सेवा से होगा
जियो ने एलन मस्क की स्टारलिंक इंटरनेट सेवा को चुनौती देने की योजना बनाई है। गूगल और मेटा के साथ मिलकर जियो सैटेलाइट इंटरनेट क्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल करने के लिए तैयार है। इसके साथ ही, कंपनी ने एआई बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए एनवीडिया के साथ साझेदारी की है, जिससे उसकी तकनीकी क्षमताओं में तेजी आएगी। ये भी पढ़े:- सिर्फ 100 रुपये में म्यूचुअल फंड SIP, क्या आज के दौर में इतनी कम राशि का निवेश फायदेमंद है?