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Microsoft को 34.592 लाख करोड़ का नुकसान, Android Co-Founder ने बिल गेट्स को ठहराया जिम्मेदार

Microsoft Bill Gates: एंड्रॉइड के को-फाउंडर रिच माइनर ने बिल गेट्स पर बड़ा हमला करते हुए माइक्रोसॉफ्ट की मोबाइल मार्केट में असफलता का जिम्मेदार ठहराया है। आइए जानते है पूरी खबर।

नई दिल्लीJan 17, 2025 / 02:20 pm

Ratan Gaurav

Android Co-Founder to Microsoft

Microsoft Bill Gates: एंड्रॉइड के को-फाउंडर रिच माइनर ने बिल गेट्स पर बड़ा हमला करते हुए माइक्रोसॉफ्ट की मोबाइल मार्केट में असफलता का जिम्मेदार ठहराया है। माइनर का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट को 34,592,000,000,000 INR के हार के लिए गेट्स खुद अधिक जिम्मेदार हैं।
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Android का मकसद (Android Co-Founder to Microsoft)

रिच माइनर, जो एंड्रॉइड के विकास में मुख्य भूमिका निभा चुके हैं, ने बताया कि एंड्रॉइड को विकसित करने का प्रमुख उद्देश्य माइक्रोसॉफ्ट को मोबाइल इंडस्ट्री में उसी तरह का एकाधिकार स्थापित करने से रोकना था जैसा उसने पर्सनल कंप्यूटर क्षेत्र में किया था। माइनर ने याद किया कि जब वह पहले विंडोज मोबाइल फोन पर काम कर रहे थे, तो उन्हें माइक्रोसॉफ्ट के एकाधिकारवादी रवैये की चिंता थी।

BILL Gates ने स्वीकार किया अपनी गलती

हाल ही में, इवेंटब्राइट की सीईओ जूलिया हार्ट्ज के साथ एक इंटरव्यू में, बिल गेट्स ने स्वीकार किया कि स्मार्टफोन बाजार में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की विफलता उनकी सबसे बड़ी गलती थी। गेट्स ने कहा, यह इतिहास की सबसे बड़ी गलती है कि मैंने स्मार्टफोन इंडस्ट्री में माइक्रोसॉफ्ट को वह नहीं बनाया जो एंड्रॉइड है। उन्होंने इस गलती से 400 बिलियन डॉलर के नुकसान का अनुमान लगाया है।

देरी बनी हार का बड़ा कारण

माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की इस हार का एक प्रमुख कारण उद्योग में देर से प्रवेश करना था। जहां गूगल ने 2008 में एंड्रॉइड लॉन्च किया और एप्पल ने 2007 में आईफोन के साथ स्मार्टफोन मार्केट को बदल दिया, वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने 2010 तक विंडोज फोन 7 लॉन्च नहीं किया। इस दो से तीन साल की देरी ने एंड्रॉइड और एप्पल को मार्केट पर कब्जा करने का पर्याप्त समय दिया।

एंड्रॉइड और एप्पल का वर्चस्व

आज के समय में मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में एप्पल और एंड्रॉइड का 99.9% वर्चस्व है। एंड्रॉइड के ओपन और कस्टमाइजेबल प्लेटफॉर्म ने निर्माताओं को आकर्षित किया, जबकि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का विंडोज फोन धीरे-धीरे बाजार से बाहर हो गया।

माइक्रोसॉफ्ट की रणनीतिक गलतियां

विश्लेषकों का मानना है कि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft)ने स्मार्टफोन बाजार में कुछ रणनीतिक गलतियां कीं:

देरी से लॉन्च: एंड्रॉइड और आईफोन के लॉन्च के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने बाजार में एंट्री की, जिससे उसे शुरुआती बढ़त नहीं मिली।
लिमिटेड ऐप इकोसिस्टम: विंडोज फोन में सीमित ऐप्स और डेवेलपर सपोर्ट ने ग्राहकों को आकर्षित करने में विफलता पाई।

ओपन प्लेटफॉर्म की कमी: एंड्रॉइड की ओपन-सोर्स रणनीति ने उसे निर्माताओं के लिए अधिक आकर्षक बना दिया।
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भविष्य के लिए सबक

माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की यह असफलता तकनीकी जगत में अन्य कंपनियों के लिए एक बड़ा सबक है। समय पर बाजार में उतरने और उपभोक्ताओं की जरूरतों को समझने की अहमियत को यह घटना स्पष्ट करती है।

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