वहीं दूसरी तरफ भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार मजबूती देखने को मिल रही है, जिसके कारण 2021 के आखिरी तीन महीनों में भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में यह ग्रोथ 2022-23 में भी जारी है, जिसके कारण भारत साल के आधार पर भी दुनिया का सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के आकड़ो के अनुसार 2021 के आखिरी 3 महीने में भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर रही, वहीं इसी दौरान ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर रही। 1 दशक पहले भारतीय अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी और ब्रिटेन 5वें स्थान पर था, लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण ब्रिटेन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की लिस्ट में 5वें स्थान से फिसलकर 6वें स्थान पर पहुंच गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस साल ब्रिटेन की करेंसी ‘पाउंड’ में भारतीय करेंसी ‘रुपए’ के मुकाबले 8% की गिरावट रही। रुपए की तुलना में पाउंड ने भी डॉलर के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया।
इसी महीने की पहली तारिख 1 सितंबर 2022 को मूडीज ने अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए भारत की GDP की ग्रोथ रेट 8.8% से घटाकर 7.7% कर दिया है। मूडीज ने इसके पीछे की वजह बढ़ती ब्याज दरें, आसमान मानसून और दुनिया भर में धीमी आर्थिक विकास को बताया है। इससे पहले मई महीने में मूडीज ने भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 8.8% लगाया था, जिसे अब घटा कर 7.7% किया है।
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