ये भी पढ़े:- आपको बनाना है अपना घर, तो ऐसे करें पीएम आवास योजना के लिए ऑनलाइन अप्लाई होम लोन के लिए जरूरी फैक्टर (Home Loan)
उम्र होता है एक बड़ा फैक्टर सेल्फ-एंप्लॉयड लोगों के लिए होम लोन (Home Loan) की पात्रता में उम्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर आपकी उम्र कम है, तो आपको लोन मिलने की संभावना अधिक होती है और वह भी लंबी अवधि के लिए। इससे ईएमआई कम बनती है और समय पर भुगतान करना आसान हो जाता है।
आवश्यक दस्तावेज
बैंक आपकी वित्तीय स्थिति की जांच के लिए कई दस्तावेज मांगता है। इनमें प्रमुख हैं ये दस्तावेज। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR): पिछले 2-3 साल का ITR आपके वित्तीय स्थायित्व को दर्शाता है।
प्रॉफिट-लॉस स्टेटमेंट: यह आपके व्यवसाय के लाभ-हानि की जानकारी देता है।
बैलेंस शीट: इससे पता चलता है कि आपकी कंपनी या व्यवसाय की आर्थिक स्थिति कैसी है।
बैंक स्टेटमेंट: इससे आपकी नकद प्रवाह (Cash Flow) की जानकारी मिलती है। इन दस्तावेजों से बैंक यह सुनिश्चित करता है कि आप लोन चुकाने की क्षमता रखते हैं।
नेट इनकम का आकलन
बैंक आपकी शुद्ध मासिक आय (Net Income) का आकलन करता है। यह जांचने के लिए किया जाता है कि आप ईएमआई का भुगतान समय पर कर सकते हैं या नहीं। आपकी आय का आकलन विभिन्न दस्तावेजों के आधार पर किया जाता है, और उसी के आधार पर लोन (Home Loan) की राशि तय होती है।
क्रेडिट स्कोर की जांच
क्रेडिट स्कोर लोन अप्रूवल में अहम भूमिका निभाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो आपको होम लोन (Home Loan) आसानी से मिल सकता है। लेकिन कम स्कोर होने पर लोन मिलने में परेशानी हो सकती है।
आय के अन्य स्रोत
बैंक यह भी देखता है कि आपकी आय का कोई अन्य स्रोत है या नहीं। यह स्रोत रेंटल इनकम, निवेश से होने वाली आय या किसी प्रॉपर्टी से मिलने वाली आमदनी हो सकती है। आय के अतिरिक्त स्रोत होने से लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। ये भी पढ़े:- 10 साल सर्विस और 50 की उम्र पर भी मिल सकती है पेंशन, जानें स्कीम्स की डिटेल्स लोन की प्रक्रिया को सरल कैसे बनाएं?
होम लोन (Home Loan) लेने के लिए पहले से तैयारी करना बेहद जरूरी है। अपने सभी दस्तावेज पहले से तैयार रखें। अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाएं। अपने बैंक स्टेटमेंट को स्पष्ट और पारदर्शी रखें। यदि आय के अतिरिक्त स्रोत हैं, तो उनका सही विवरण बैंक को दें।