कितना हुया इंटरेस्ट रेट
बता दें कि मार्च 2022 में ईपीएफओ ने अपने 6 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए 2021-22 के लिए EPF पर ब्याज को घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत कर दिया था। यह 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था। यह 1977-78 में ईपीएफ ब्याज दर सबसे कम 8 प्रतिशत थी। EPFO के टॉप बॉडी, सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी ) ने शनिवार को अपनी बैठक में 2023-24 के लिए ईपीएफ पर 8.25 प्रतिशत इंटरेस्ट रेट प्रदान करने का निर्णय लिया है। EPF जमा पर मार्च 2021 में CBT की ओर से 2020-21 में 8.5 प्रतिशत ब्याज दर करने का निर्णय लिया गया था।
नई ब्याज दर कब तक होगी लागू
CBT के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर सहमति के लिए वित्त मंत्रालय भेजा जाएगा। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर ईपीएफओ के 6 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के खातों में जमा कर दी जाएगी। बता दें कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इंटरेस्ट रेट प्रभावी हो जाती हैं। इससे पहले मार्च 2020 में ईपीएफओ ने 2019-20 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर को घटाकर सात साल के निचले स्तर 8.5 प्रतिशत कर दिया था। वहीं 2018-19 के लिए यह 8.65 प्रतिशत थी।
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