आप कम जोखिम उठाना चाहते हैं। इसलिए एक म्यूचुअल फंड में एकमुश्त पूरा पैसा न लगाएं। एसआइपी म्यूचुअल फंड में हर महीने 10 हजार रुपए निवेश करने की योजना बना सकते हैं। इसके लिए इक्विटी के साथ डेट विकल्प में इन्वेस्टमेंट की सोच सकते हैं। इक्विटी में निवेश करने पर ज्यादा रिटन मिलता है, पर जोखिम भी अधिक है।
करें एसआइपी का चयन
आप यदि एसआइपी के जरिए नियमित रूप से निवेश करते हैं तो आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा और लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो जाएगा। एसटीपी यानी सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान के जरिए भी निवेश कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप पैसे को पहले डेट फंड में निवेश करते हैं और फिर उसे धीरे-धीरे इक्विटी फंड में ट्रांसफर करते हैं।
आप यदि एसआइपी के जरिए नियमित रूप से निवेश करते हैं तो आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा और लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो जाएगा। एसटीपी यानी सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान के जरिए भी निवेश कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप पैसे को पहले डेट फंड में निवेश करते हैं और फिर उसे धीरे-धीरे इक्विटी फंड में ट्रांसफर करते हैं।
समझ से चुनें इक्विटी
कम जोखिम के लिए आप लार्ज कैप फंड में निवेश कर सकते हैं। बैलेंस एडवांटेज फंड और हाइब्रिड फंड भी निवेश के लिए मुफीद है। शुरुआत में इक्विटी सेविंग जैसे हाइब्रिड फंड में निवेश करें, जिसमें इक्विटी एक्सपोजर कम है। फिर जब आपको बाजार की बेहतर समझ हासिल हो जाए तो इक्विटी फंड में बड़ा हिस्सा निवेश कर अधिक रिटर्न कमा सकते हैं।
कम जोखिम के लिए आप लार्ज कैप फंड में निवेश कर सकते हैं। बैलेंस एडवांटेज फंड और हाइब्रिड फंड भी निवेश के लिए मुफीद है। शुरुआत में इक्विटी सेविंग जैसे हाइब्रिड फंड में निवेश करें, जिसमें इक्विटी एक्सपोजर कम है। फिर जब आपको बाजार की बेहतर समझ हासिल हो जाए तो इक्विटी फंड में बड़ा हिस्सा निवेश कर अधिक रिटर्न कमा सकते हैं।
रमेश कुमार शर्मा, इन्वेस्टमेंट एंड फंडामेंटल एनालिस्ट