क्यूआर कोड मतलब सिलेंडर का आधार कार्ड केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी बुधवार 16 नवम्बर को कहा कि, सरकार सभी एलपीजी गैस सिलेंडरों को क्यूआर कोड (QR Code) से लैस करने जा रही है। क्यूआर कोड से उस गैस सिलेंडर की ट्रैकिंग आसान होगी। और गैस चोरी करने वाले पकड़े जा सकेगा। मतलब क्यूआर कोड बिल्कुल आधार कार्ड की तरह काम करता है। यानि कि, उस गैस सिलेंडर की पहचान क्यूआर कोड बनेगा।
फरवरी 2023 डिलीवर होगा क्यूआर कोड वाला सिलेंडर हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि, आने वाले तीन महीनों में सभी गैस सिलेंडरों पर QR Code लग जाएगा। फरवरी 2023 से घर में क्यूआर कोड वाला सिलेंडर आएगा। वो भी पूरा भरा हुआ। कोई भी शिकायत करने पर सिलेंडर पर लगे क्यूआर कोड के डाटा से डिलीवरी बॉय तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा।
मोबाइल से जुड़ा रहेगा क्यूआर कोड गैस सिलेंडर पर लगा क्यूआर कोड मोबाइल से जुड़ा होगा। मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद उपभोक्ता आसानी से वजन की जानकारी हासिल कर सकेंगे। इस क्यूआर कोड से यह भी जाना सकेंगे कि, सिलेंडर में कितनी बार गैस भरा गया। क्यूआर कोड मेटल का होगा।
दिल्ली में लगेगा प्लांट इंडियन आयल कारपोरेशन अध्यक्ष एसएम वैद्य ने बताया कि, क्यूआर कोड के लिए दिल्ली में एक प्लांट लगाया जा रहा है। उम्मीद है कि दो से तीन महीने में क्यूआर कोड लगे एलपीजी सिलेंडर की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।