इसके साथ ही उन्होंने बताया कि “अमृत भारत स्कीम में बड़े स्टेशन सहित कुल 1275 स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। सोनीपथ, लातूर और रायबरैली में वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन शुरु होगा। ग्रीन ग्रोथ पहल के तहत दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन भी बनकर निकलेगी, जिसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसका विस्तार अन्य स्थानों पर किया जाएगा।”
अब चेन्नई के अलावा अन्य स्थानों में भी बनेगी वंदे भारत ट्रेन
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि “अब ICF चेन्नई के अलावा वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण हरियाणा के सोनीपत और महाराष्ट्र के लातूर और यूपी के रायबरेली में भी में किया जाएगा। महाराष्ट्र में पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने अनुमति नहीं दी थी, लेकिन अब सभी अनुमतियां हैं। यह पीएम मोदी के हर कोने को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने के सपने को पूरा करेगी। इसके साथ ही हम ‘बुलेट ट्रेन’ पर अच्छी प्रगति कर रहे हैं।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि “अब ICF चेन्नई के अलावा वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण हरियाणा के सोनीपत और महाराष्ट्र के लातूर और यूपी के रायबरेली में भी में किया जाएगा। महाराष्ट्र में पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने अनुमति नहीं दी थी, लेकिन अब सभी अनुमतियां हैं। यह पीएम मोदी के हर कोने को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने के सपने को पूरा करेगी। इसके साथ ही हम ‘बुलेट ट्रेन’ पर अच्छी प्रगति कर रहे हैं।”
टेलीकॉम तकनीक का निर्यातक बनेगा भारत
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आने वाले 2-3 सालों में भारत टेलीकॉम तकनीक का निर्यातक बनेगा। आत्मनिर्भर भारत के तहत 4G-5G को BSNL में रोलआउट किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक के उत्पादन के तहत मोबाइल फोन में लगने वाले लेंस में रियायत मिली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “AI के लिए भारत में जितनी भी प्रतिभाएं मौजूद हैं उसके लिए 4 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की घोषणा हुई है जिसमें हम AI का कैसे इस्तेमाल कर सकें इसकी जानकारी मिलेगी।”
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आने वाले 2-3 सालों में भारत टेलीकॉम तकनीक का निर्यातक बनेगा। आत्मनिर्भर भारत के तहत 4G-5G को BSNL में रोलआउट किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक के उत्पादन के तहत मोबाइल फोन में लगने वाले लेंस में रियायत मिली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “AI के लिए भारत में जितनी भी प्रतिभाएं मौजूद हैं उसके लिए 4 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की घोषणा हुई है जिसमें हम AI का कैसे इस्तेमाल कर सकें इसकी जानकारी मिलेगी।”
रेल मंत्री ने कहा कि “जब दुनिया मुश्किलों से जूझ रही है तो भारत एक उज्ज्वल स्थान रहा है। यह बजट भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाएगा। रेलवे के लिए 2,41,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।”