कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति खुद को पेंशन फंड संस्था का सदस्य बताकर आपके अकाउंट से जुड़ी या दूसरी गोपनीय जानकारियां मांगता है तो उसे बिलकुल नहीं दें और इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराएं।
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EPFO की ओर से बताया गया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन PF खाताधारकों से आधार, पैन, यूएएन, बैंक अकाउंट या ओटीपी जैसी जानकारियां फोन कॉल्स या सोशल मीडिया के जरिए नहीं मांगता है। साथ ही, EPFO ने यह भी बताया कि खाताधारक कैसे इस धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकते हैं।
EPFO के मुताबिक, संगठन की किसी भी सर्विस के लिए कोई भी सदस्य वॉट्सऐप या किसी दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये पैसे जमा करने की मांग नहीं कर सकता है। खाताधारक व्यक्तिगत व गोपनीय जानकारियां मांगने वाली कॉल्स या मैसेज पर ध्यान नहीं दें और न ही किसी EPFO सदस्य को पैसे ट्रांसफर करें। बता दें कि PF खाताधारक अक्सर फिशिंग अटैक का शिकार बनते हैं। इसमें अपराधी व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर पेंशन फंड में सेंधमारी करते हैं।
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EPFO के मुताबिक, नौकरियां बदलने वाले कर्मचारियों पर साइबर अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है, इसलिए उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। अगर खाताधारकों को कोई फिशिंग कॉल या मैसेज आता है तो तत्काल उसकी रिपोर्ट करें। EPFO की सेवाओं के लिए जाने वाले शुल्क का भुगतान आधिकारिक चैनल से ही करें।
केंद्र सरकार ने इसी सप्ताह वित्त वर्ष 2020-21 के लिए एम्प्लॉई प्रॉविडेंट फंड पर 8.5 फीसदी की दर से ब्याज दर को मंजूरी दी है। यह दिवाली से पहले 5 करोड़ से ज्यादा पीएफ खाताधारकों के लिए अच्छी खबर है। इससे पहले मार्च 2020 में केंद्र सरकार ने पीएफ पर ब्याज दरों को 7 साल के निचले स्तर पर लाते हुए 8.5 फीसदी कर दिया था। पीएफ पर वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान ब्याज दर को 8.65 फीसदी किया गया था।