ट्विटर पर सही जानकारी देने का लगाया आरोप बता दें, एलन मस्क ने ऐसे ही इस डील को कैंसिल नहीं किया है। मस्क ने कहा है कि ट्विटर से बार बार फेक और स्पैम अकाउंट की जानकारी नहीं मिलने पर उन्होंने इस डील को कैंसिल करने का फैसला किया। एलन मस्क आरंभ से ही ट्विटर पर बॉट अकाउंट यानी कि फेक और स्पेम अकाउंट (Fake and Spam Account) को लेकर सवाल उठा रहे थे और बार-बार दोहरा रहे थे कि ट्विटर फेक और स्पैम अकाउंट की डिटेल नहीं दे पा रहा है। ट्विटर डील कैंसिल होने पर भी मस्क ने यही कहा है कि ट्विटर पर मौजूद फेक अकाउंट्स की संख्या जानने और उस पर कार्रवाई करने के लिए पिछले कई महीनों से कहा जा रहा था। लेकिन कंपनी या तो आधी जानकारी दे रही थी या फिर मामले को टालने की कोशिश कर रही थी।
20 प्रतिशत twitter खाते हो सकते हैं फेक दरअसल, एलन मस्क ने साफ अनुमान जताया कि ट्विटर के 22.9 करोड़ खातों में कम से कम 20 प्रतिशत खाते फर्जी हो सकते हैं। मस्क ने इस मियामी प्रोद्योगिकी सम्मेलन में ये सवाल उठाने के बाद इस आशय के कई ट्वीटअब तक किए हैं।
मस्क ने लगातार अपने ट्वीट में कहा है कि, ‘20 प्रतिशत फर्जी/ स्पैम खाते की आशंका है, जो असल में ट्विटर के दावे के चार गुना से भी काफी अधिक हो सकते हैं।’ मस्क ने अपना इरादा भी छुपाने में कभी कोताही नहीं बरती। मस्क ने कहा है कि – मेरी पेशकश (44 अरब की डील) ट्विटर की एसईसी फाइलिंग (यानी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन में दाखिल दस्तावेज में दिए गए तथ्य) के सही होने पर आधारित थी।’ यह सवाल उठाते हुए मस्क ने घोषणा कर दी थी कि, यह सौदा तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक वह ऐसा नहीं करते हैं।’ इसके बाद से अब मस्क की ट्विटर डील पर संदेह के बहुत गहरे बादल उमड़ते दिख रहे हैं।
मस्क ने लगातार अपने ट्वीट में कहा है कि, ‘20 प्रतिशत फर्जी/ स्पैम खाते की आशंका है, जो असल में ट्विटर के दावे के चार गुना से भी काफी अधिक हो सकते हैं।’ मस्क ने अपना इरादा भी छुपाने में कभी कोताही नहीं बरती। मस्क ने कहा है कि – मेरी पेशकश (44 अरब की डील) ट्विटर की एसईसी फाइलिंग (यानी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन में दाखिल दस्तावेज में दिए गए तथ्य) के सही होने पर आधारित थी।’ यह सवाल उठाते हुए मस्क ने घोषणा कर दी थी कि, यह सौदा तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक वह ऐसा नहीं करते हैं।’ इसके बाद से अब मस्क की ट्विटर डील पर संदेह के बहुत गहरे बादल उमड़ते दिख रहे हैं।
अब तक लिखे पांच पत्रों के नहीं मिले जवाब इतना ही नहीं एलन मस्क (Elon Musk) की तरफ से कहा गया है कि इस डील को तब कैंसिल (Deal Cancelled) किया गया है जब फेक और स्पैम अकाउंट की 5 बार पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई लेकिन एक बार भी ढंग का जवाब नहीं मिला और जब एलन मस्क की तरफ से एक्सपर्ट ने जानकारी खुद से जांच कर संख्या जाननी चाही तो उन्हें ठीक से जांच नहीं करनी दी गई।
कितना आसान होगा डील से हटना हालांकि मस्क ट्विटर के लिए अपनी बोली को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, यह उतना आसान नहीं है। इसके बजाय, मस्क को अदालत में ट्विटर के साथ एक लंबी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है जिसे हल करने में कई महीने लग सकते हैं।
सही बिजनेस स्ट्रेटजी अब जबकि ये डील रद्द हो गई है, भारत में टेक इंडस्ट्री से जुड़े जो भी एक्सपर्ट हैं वो मस्क के फैसले एक बिजनेस स्ट्रेटजी की तरह देख रहे हैं। जाने-माने सोशल मीडिया एक्सपर्ट और एडवोकेट पवन दुग्गल का कहना है कि मस्क पर ट्विटर को लेकर बिजनेस और लीगल लायबिलिटी लगातार बढ़ रही थीं। उन पर हाल ही में ट्विटर के शेयर होल्डर्स ने भी एक मुकद्मा ठोक दिया था कि एलन मस्क जिस तरह के सवाल ट्विटर पर उठा रहे हैं, उससे ट्विटर की वैल्यू लगातार कम हो रही है। इस मुकद्मे में एलन मस्क पर आरोप लगाया गया था कि वे जानबूझकर, रणनीति के तहत ट्विटर की यूजर्स की संख्या पर सवाल उठा रहे हैं। इस रणनीति के तहत मस्क चाहते हैं कि ट्विटर की वैल्यू कम हो जाए और मस्क को ट्विटर के लिए कम पैसे देने पड़ें। ऐसे में ट्विटर के सामने सबसे अच्छा विकल्प यही था कि वे इस डील से पीछे हट जाएं।
Twitter डील से सारे फायदे ले चुके मस्क वहीं जयपुर से डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के एमडी अजय डाटा भी एलन मस्क के इस फैसले को सही ठहराते नजर आते हैं। राजस्थान के जाने-माने टेक उद्यमी और पीएचडी चैंबर्स ऑफ राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष अजय डाटा का कहना है कि, दरअसल, टि्वटर के निवेश की घोषणा करने के बाद एलन मस्क को जो भी फायदे twitter से लेने थे, जो भी रिपोर्ट और डाटा उन्हें ट्विटर से लेना था, वो सब उनको मिल गया है। इस सबको लेकर एलन मस्क अब बाहर हो गए हैं। ये एक इंटेलीजेंट बिजनेस डिसीजन है। एलन मस्क को समझ आ गया है कि अब उन्हें twitter डील से और कोई फायदा नहीं होना है। इसमें सही और गलल कुछ नहीं है, ये एक कैलकुलेटड बिजनेस डिसीजन है।
आनंद महिंद्रा ने बताया मस्क को बेटिकट यात्री बता दें जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी कुछ इसी तरह की टिप्पणी की है। महिंद्रा ने एलन मस्क को बेटिकट यात्री की संज्ञा दी है। महिंद्रा ने कहा है कि एलन मस्क का डील कैंसल करना बेटिकट रेल में यात्रा करने जैसा है। यानी एलन मस्क मुफ्त में तीन माह तक ट्विटर की सवारी करने के बाद, ट्विटर पर सवाल खड़े करने के बाद टि्वटर की डील से बाहर हो गए हैं।
लगातार कम हुई है twitter की वैल्यू ट्विटर और मस्क डील प्रकरण पर ठीक से गौर करें तो इस पूरे मामले में तीन महीने में ट्विटर की वैल्यू लगातार कम हुई है। एलन मस्क ने ट्विटर की डील 44 अरब डॉलर में की थी और इसके बादअप्रेल से अब तक ट्विटर की स्टॉक मार्केट वैल्यू करीब 15 प्रतिशत कम हो गई है। अब इसकी शेयर बाजार वैल्यू 36 से 38 बिलियन डॉलर पर ट्रेंड कर रही है। जबकि इस बीच, खुद एलन मस्क की ब्रांड वैल्यू बढ़ी है। मस्क ने ट्विटर प्लेटफॉर्म पर 20 प्रतिशत बोट्स होने का जो सवाल उठाया है, उसके बाद अब शायद कोई भी ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदने के लिए तैयार होगा। इस तरह से मस्क की इस डील के बाद ट्विटर को उबरने में बहुत समय लगेगा।
जानकारों का कहना है कि, अब इस मामले में दोनों के जो भी लीगल लड़ाई होनी है, उससे ट्विटर को भी नुकसान होने की आशंका है।
जानकारों का कहना है कि, अब इस मामले में दोनों के जो भी लीगल लड़ाई होनी है, उससे ट्विटर को भी नुकसान होने की आशंका है।
डील पूरी नहीं होने पर एलन मस्क को भी नुकसान वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि डील कैंसिल करने का नुकसान एलन मस्क को भी नुकसान होना तय है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क को एक अरब डॉलर की ब्रेक अप फीस भरनी होगी, जो कि किसी डील को रद्द करने पर अमरीकी सिक्योरिटी एकस्चेंज लगाता है। यह भी साफा है कि मस्क केवल ब्रेक-अप फीस देकर ही नहीं बच सकते। डील पूरा नहीं करने पर उन्हें काफी कानूनी झमेलों का भी सामना करना पड़ सकता है, जैसा कि कंपनी ने पहले ही संकेत दिए हैं।