जून महीने में पिछले महीने से कम रही ग्रोथ पर ध्यान देने की बात ये है कि जून में आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के उत्पादन में वृद्धि धीमी होकर 12.7% हो गई, जो पिछले महीने में 19.3% के 13 महीने के शिखर पर थी, क्योंकि अनुकूल आधार प्रभाव कम होना शुरू हो गया था। उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सीमेंट और उर्वरक को छोड़कर, आठ में से छह क्षेत्रों में विकास में मई की तुलना में मंदी देखी गई, जबकि केवल उर्वरक और सीमेंट में तेजी देखी गई। इस तरह से, आठ बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के उत्पादन में जून में 4.1% की गिरावट देखी गई। फिर भी, कुल आईआईपी में जून में दोहरे अंकों में ग्रोथ दर्ज की जा सकती है। बता दें, कोर उद्योग आईआईपी का 40.3% हिस्सा बनाते हैं। कुछ विश्लेषकों का अनुमान है कि आधार के सामान्य होने पर बुनियादी ढांचा क्षेत्र की वृद्धि जुलाई और अगस्त में दबाव में रह सकती है। फिर भी, कोर इंडेक्स अभी भी पूर्व-महामारी स्तर (2019 के समान महीने) से जून में 8% की अच्छी गति से बढ़ा है। कुल मिलाकर ऑंकड़ों में मिश्रित रुझान है। कोयले ने जून में एक साल पहले की तुलना में 31.1% की छलांग दर्ज की, कच्चे तेल का उत्पादन 1.7% गिर गया है। प्राकृतिक गैस, स्टील, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में वृद्धि जून में 1.2%, 3.3%, 19.4% और 15.5% रही, जो पिछले महीने में क्रमशः 7%, 14.6%, 26.2% और 23.5% थी। रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरकों की वृद्धि जून में 15.1% और 8.2% थी, जबकि मई में क्रमशः 16.7% और 22.8% थी।
वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में कैसा था ग्रोथ खबर के मुताबिक, समीक्षाधीन माह के दौरान प्राकृतिक गैस और इस्पात के उत्पादन (Production of eight core sector industries) में वृद्धि धीमी पड़कर 1.2 प्रतिशत और 3.3 प्रतिशत रह गई। आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 13.7 प्रतिशत बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में यह 26 प्रतिशत था।
क्या है एक्सपर्ट का कहना रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा है कि कोयला, सीमेंट, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन (Production of eight core sector industries) जून के दौरान दोहरे अंकों में बढ़ा जबकि इस्पात और प्राकृतिक गैस में वृद्धि सुस्त रही। उन्होंने कहा कि प्रमुख आंकड़ों (जीएसटी संग्रह, माल ढुलाई आंकड़ा, पीएमआई आदि) के साथ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में नरमी को देखते हुए, हमारा अनुमान है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 11 से 13 प्रतिशत रह सकता है। इन आठ बुनियादी उद्योगों (core sector industries) की औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है।
बिजली संकट के बावजूद ग्रोथ हाल में कोयला (Coal) के उत्पादन और सप्लाई की मुश्किलों के चलते देशभर में बिजली संकट का अंदेशा पैदा हो गया था। बाद में सरकार ने कोयला सप्लाई को प्राथमिकता देते हुए इसे सामान्य किया। देश के आठ कोर सेक्टर (core sector industries India june 2022) को कोरोना महामारी में भारी दबाव का सामना करना पड़ा था। हालांकि इसमें काफी सुधार देखा जा सकता है।