मुख्य विशेषताएं
यह बीमा एक फिक्स समय जैसे 10, 20 या 30 वर्ष के लिए होता है।
जीवन बीमा की तुलना में टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम कम होता हैं।
आवश्यकतानुसार कवरेज की राशि और अवधि का चयन करें।
यह बीमा एक फिक्स समय जैसे 10, 20 या 30 वर्ष के लिए होता है।
जीवन बीमा की तुलना में टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम कम होता हैं।
आवश्यकतानुसार कवरेज की राशि और अवधि का चयन करें।
फायदे: बीमाधारक की मृत्यु के बाद परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिलती है। टर्म प्लान्स को समझना और प्रबंधित करना आसान है। नुकसान: बीमाधारक के जीवित रहने पर प्रीमियम का कोई रिफंड नहीं मिलता है। इसका फायदा सिर्फ मृत्यु पर ही मिलता है।
कम आयु में करवाएं टर्म इंश्योरेंस
कम प्रीमियम: उम्र बढऩे के साथ, स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं साथ ही, प्रीमियम की लागत भी बढ़ जाती है। युवा अवस्था में टर्म इंश्योरेंस लेने से प्रीमियम कम होते हैं। इसलिए नौकरी में आते ही टर्म इंश्योरेंस ले लेना चाहिए।
परिवार की सुरक्षा: अगर परिवार में आर्थिक जिम्मेदारियां हैं, तो जल्दी टर्म इंश्योरेंस लेकर आप उन्हें वित्तीय सुरक्षा दे सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपके नहीं होने पर परिवार को आर्थिक संकट न झेलना पड़े।
कम प्रीमियम: उम्र बढऩे के साथ, स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं साथ ही, प्रीमियम की लागत भी बढ़ जाती है। युवा अवस्था में टर्म इंश्योरेंस लेने से प्रीमियम कम होते हैं। इसलिए नौकरी में आते ही टर्म इंश्योरेंस ले लेना चाहिए।
परिवार की सुरक्षा: अगर परिवार में आर्थिक जिम्मेदारियां हैं, तो जल्दी टर्म इंश्योरेंस लेकर आप उन्हें वित्तीय सुरक्षा दे सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपके नहीं होने पर परिवार को आर्थिक संकट न झेलना पड़े।
स्वास्थ्य का महत्त्व: यदि आप युवा और स्वस्थ हैं, तो कंपनियां आपको बेहतर दरों पर बीमा देती है। उम्र बढऩे पर जोखिम भी ज्यादा बढ़ जाता है। बचत की आदत : टर्म इंश्योरेंस लेने से बचत करने की आदत में मदद मिलती है, भविष्य के लिए बेहतर योजना बना सकते हैं।
प्रीमियम का लॉक: जब टर्म इंश्योरेंस ले लेते हैं, तो आपका प्रीमियम लॉक हो जाता है। भविष्य में प्रीमियम नहीं बढ़ता है।
प्रीमियम का लॉक: जब टर्म इंश्योरेंस ले लेते हैं, तो आपका प्रीमियम लॉक हो जाता है। भविष्य में प्रीमियम नहीं बढ़ता है।
इन स्थितियों में नहीं मिलता क्लेम
नशे की हालत में ड्राइविंग के दौरान मृत्यु होने पर
नशे या किसी ड्रग्स की लत की वजह से मौत पर
किसी खतरनाक खेल या स्टंट के दौरान मौत होने पर
बीमाधारक की हत्या में नॉमिनी का हाथ होने पर
किसी भी गंभीर बीमारी के बारे में छिपाने पर
आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से मौत
नशे की हालत में ड्राइविंग के दौरान मृत्यु होने पर
नशे या किसी ड्रग्स की लत की वजह से मौत पर
किसी खतरनाक खेल या स्टंट के दौरान मौत होने पर
बीमाधारक की हत्या में नॉमिनी का हाथ होने पर
किसी भी गंभीर बीमारी के बारे में छिपाने पर
आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से मौत
इन बातों का रखें ध्यान वित्तीय जरूरतों को ध्यान में रखकर चुनें कवरेज की राशि।
कब तक है कवरेज की जरूरत, बच्चों की शिक्षा, गृह ऋण तक
धारा 80% के तहत प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है।
इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम व शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
कंपनी की प्रतिष्ठा, वित्तीय स्थिरता और क्लेम निपटान देखें।
कब तक है कवरेज की जरूरत, बच्चों की शिक्षा, गृह ऋण तक
धारा 80% के तहत प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है।
इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम व शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
कंपनी की प्रतिष्ठा, वित्तीय स्थिरता और क्लेम निपटान देखें।