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वास्तविक घर खरीदार बढ़े
रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन में ढ़ील से घर घरीदारों की ओर से पूछताछ कोरोना काल के पहले की तुलना में 50 फीसदी तक पहंच गई है। नोएडा और गाजियाबाद में वास्तविक घर खरीदारों की पूछताछ में 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। नोएडा में 50 लाख से 1.2 करोड़ तक के 1500 से 2500 वर्ग फुट के फ्लैटों की मांग सबसे अधिक है। वहीं, गाजियाबाद में यह 80 लाख रुपये तक है। गुरुग्राम की बात करें तो यहां 75 लाख से 1.25 करोड़ कीमत के फ्लैट की मांग सबसे अधिक है। दिल्ली-एनसीआर समेत टियर टू शहरों में शामिल जयपुर, भोपाल, पटना, रांची में भी प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ रही है।
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वर्क फ्रॉम होम से बढ़ी बड़े फ्लैट की मांग
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि कोरोना संकट के बीच घर ही ऑफिस का रूप ले लिया है। यह ट्रेंड आने वाले समय में खत्म नहीं होगा। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के चलते भी लोग भीड़-भाड़ से निकलकर खुले जगह में घर लेना चाह रहे हैं। इसके चलते बड़े साइज के फ्लैट की मांग बढ़ी है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में ढील के बाद उनके पास भी बड़े साइज के फ्लैट खरीदारों की संख्या और क्वेरी बढ़ी है। घर खरीदार थोड़ा बजट बढ़ाकर बड़ा घर खरीदना चाह रहे हैं। यह रियल एस्टेट के लिए भी अच्छा संकेत हैं।
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त्योहारी सीजन में पटरी पर लौटने की उम्मीद
रियल एस्टेट कंसल्टेंट कंपनी इंदुमा ग्रुप के डायरेक्टर ऋषि सिंह ने बताया कि अब लोग कोरोना वायरस के साथ रहना सीख रहे हैं। ऐसे में त्योहारी सीजन में रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट मिल सकता है। कोरोना के कारण पिछले कुछ महीनों में बिक्री में कमी आई है लेकिन बुरा समय हमेशा के लिए नहीं रहता है । ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि रियल एस्टेट सेक्टर त्योहारी सीजन में बिक्री में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा।
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टियर टू और थ्री शहरों से मांग निकलेंगी
प्रॉपर्टी विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी का असर टियर टू और थ्री शहरों में मेट्रो सिटी के मुकाबले कम हुआ है। इससे इन शहरों में मांग तेजी से बढ़ेगी। इसके साथ ही सरकार और इंडस्ट्री द्वारा मांग बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। दूसरी ओर कीमतों के स्थिर रहने से से निश्चित तौर पर किफायती घरों की मांग अधिक होगी। साथ ही सस्ते होम लोन और प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी भी अफोर्डेब्ल घरों की मांग बढ़ाने का काम करेगा।