अपने इस निर्णय को लेकर बैंक का कहना है कि ये उनकी वैश्विक रणनीति का एक हिस्सा है। ग्रुप अब वेल्थ मैनेजमेंट कारोबार पर फोकस करने की तैयारी में है। आपको बता दें कि ग्रुप के इस फैसले से देश में हजारों नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
यह भी पढ़ेँः LIC कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, वेतन संशोधन प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी भारतीय बाजार की रिटेल बैंकिंग कंपनी सिटी बैंक अब देश से अपना कारोबार समेट रही है। बैंक ने गुरुवार को कहा कि वह भारत में अपना कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस बंद करने जा रहा है। सिटी को वित्त वर्ष 2019-20 में 4,912 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 4,185 करोड़ रुपए था।
1902 में भारत में की थी एंट्री
सिटीग्रुप ने भारत में वर्ष 1902 में दस्तक दी थी। जबकि अपना कंज्यूमर बैंकिंग कारोबार 1985 से ही शुरू कर दिया था। भारत से कारोबार समेट के सिटी ग्रुप के फैसले के पीछे कारोबार के लिए कम मौके या भारत में लागू बैंकिंग नियम को अहम माना जा रहा है।
सिटीग्रुप ने भारत में वर्ष 1902 में दस्तक दी थी। जबकि अपना कंज्यूमर बैंकिंग कारोबार 1985 से ही शुरू कर दिया था। भारत से कारोबार समेट के सिटी ग्रुप के फैसले के पीछे कारोबार के लिए कम मौके या भारत में लागू बैंकिंग नियम को अहम माना जा रहा है।
दरअसल भारतीय बैंकिंग रेगुलेटर की ओर से विदेशी बैंकों को देश में ब्रांच बढ़ाने या अधिग्रहण की छूट नहीं है। यही वजह है कि विदेशी बैंकों के लिए देश में कारोबारी विस्तार मुश्किल हो रहा है।
आंकड़ों पर एक नजर
1902 में सिटी बैंक की भारत में एंट्री
35 ब्रांच देशभर में
25 लाख ग्राहक देशभर में
04 हजार कर्मचारी कंज्यूमर सेक्टर से जुड़े यह भी पढ़ेँः SBI ने बताया क्यों आपके अकाउंट से काटे जाते हैं पैसे
1902 में सिटी बैंक की भारत में एंट्री
35 ब्रांच देशभर में
25 लाख ग्राहक देशभर में
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इन देशों में जारी रहेगा कारोबार
सिटीग्रुप ग्लोबल कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस में सिंगापुर, हांगकांग, लंदन और यूएआई मार्केट में कारोबार जारी रखेगा। सिटी ग्रुप की सीईओ जेन फ्रेजर के मुताबिक यह फैसला कंपनी की रणनीति समीक्षा का हिस्सा है। इस निर्णय का कारण इन क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा में पैमाने का अभाव बताया।
सिटीग्रुप ग्लोबल कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस में सिंगापुर, हांगकांग, लंदन और यूएआई मार्केट में कारोबार जारी रखेगा। सिटी ग्रुप की सीईओ जेन फ्रेजर के मुताबिक यह फैसला कंपनी की रणनीति समीक्षा का हिस्सा है। इस निर्णय का कारण इन क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा में पैमाने का अभाव बताया।
इन शहरों में बैंक की ब्रांच
भारत के कई शहरों में सिटी बैंक की ब्रांच हैं। इनमें लखनऊ, अहमदाबाद, औरंगाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जयपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नासिक, नई दिल्ली, पुणे, हैदराबाद और सूरत जैसे शहर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि संस्थागत बैंकिंग कारोबार के अलावा, सिटी अपने मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, चेन्नई और गुरुग्राम केंद्रों से वैश्विक कारोबार पर ध्यान देता रहेगा।
भारत के कई शहरों में सिटी बैंक की ब्रांच हैं। इनमें लखनऊ, अहमदाबाद, औरंगाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जयपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नासिक, नई दिल्ली, पुणे, हैदराबाद और सूरत जैसे शहर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि संस्थागत बैंकिंग कारोबार के अलावा, सिटी अपने मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, चेन्नई और गुरुग्राम केंद्रों से वैश्विक कारोबार पर ध्यान देता रहेगा।