क्यों खरीदें बीमा वित्तीय सुरक्षा :
किसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना जैसे माता-पिता की मृत्यु हो जाती है, तो पॉलिसी एकमुश्त राशि का भुगतान करती है, ताकि बच्चा अपनी शिक्षा जारी रख सके। विदेश में शिक्षा : अगर आप विदेश में बच्चे की आगे की शिक्षा करवाना चाहते हैं, तो पॉलिसी से इन खर्चों को कवर मिलता है।
किसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना जैसे माता-पिता की मृत्यु हो जाती है, तो पॉलिसी एकमुश्त राशि का भुगतान करती है, ताकि बच्चा अपनी शिक्षा जारी रख सके। विदेश में शिक्षा : अगर आप विदेश में बच्चे की आगे की शिक्षा करवाना चाहते हैं, तो पॉलिसी से इन खर्चों को कवर मिलता है।
शिक्षा के लिए बचत: बच्चे के लिए लाइफ इंश्योरेंस एजुकेशन प्लान शिक्षा संबंधी जरूरतों के लिए पर्याप्त फंड प्रदान कर सकता है। चाइल्ड इंश्योरेंस के फायदे
लंबी अवधि का निवेश: ये योजनाएं आमतौर पर लंबी अवधि के लिए होती हैं, जिसमें निवेशक को पर्याप्त समय मिलता है कि वे अपने बच्चे के भविष्य के लिए धन जमा कर सकें।
लंबी अवधि का निवेश: ये योजनाएं आमतौर पर लंबी अवधि के लिए होती हैं, जिसमें निवेशक को पर्याप्त समय मिलता है कि वे अपने बच्चे के भविष्य के लिए धन जमा कर सकें।
टैक्स लाभ: चाइल्ड इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है, जो भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80ष्ट के अंतर्गत आती है। यह निवेश को और अधिक लाभदायक बनाता है। बीमा कवरेज
अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो बच्चे को बीमा राशि मिलती है, जिससे जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो बच्चे को बीमा राशि मिलती है, जिससे जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
लचीलापन : कई योजनाएं लचीले विकल्प प्रदान करती हैं, जैसे कि प्रीमियम भुगतान की आवृत्ति (मासिक, त्रैमासिक, वार्षिक) और पॉलिसी की अवधि। सुविधाएं और बोनस : कई योजनाओं में मनी बैक विकल्प, टर्मिनल बोनस और अन्य सुविधाएं होती हैं, जो बेहतर रिटर्न प्रदान करती हैं।
शिक्षा की योजना : इस तरह के इंश्योरेंस की वजह से माता-पिता बच्चों की उच्च शिक्षा को लेकर भी बेफ्रिक हो सकते हैं। निवेश का लाभ : चाइल्ड इंश्योरेंस योजनाएं बीमा के साथ-साथ निवेश का भी लाभ देती हैं। प्रीमियम का एक हिस्सा निवेश में जाता है, जो समय के साथ बढ़ता है।
रखें इन बातों का ध्यान पॉलिसी का प्रकार: टर्म इंश्योरेंस, यूनिट लिंक्ड प्लान और सेविंग्स प्लान लक्ष्य के अनुसार चुनें। कवरेज राशि: सुनिश्चित करें कि कवरेज राशि आपके बच्चे के भविष्य की जरूरतों को पूरा कर सके।
प्रीमियम भुगतान: राशि व अवधि पर ध्यान दें। यह वित्तीय स्थिति के अनुकूल होनी चाहिए। लॉक-इन पीरियड: इसमें एक लॉक-इन पीरियड होता है। यह कब समाप्त होगा और पैसे निकाल सकेंगे।