अब आप अपनी पुरानी चेकबुक से किसी तरह की पेमेंट नहीं कर पाएंगे। ऐसे में अगर आपका खाता इन बैंकों में था तो अपनी पुरानी चेकबुक को बदल लें।
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इसलिए अमान्य हो रही हैं पुरानी चेकबुक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार 2019 में 10 सरकारी बैंकों को चार बड़े बैंकों में विलय करने का ऐलान किया था। विलय अप्रैल 2020 में लागू हुआ था। एक अप्रैल 2020 को ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पीएनबी में विलय हो गया था। अब दोनों बैंकों के ग्राहकों के साथ ब्रांच तक सब कुछ पीएनबी के हैं।
इसी तरह इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हो गया है। विलय के बाद खाताधारकों के आईएफएससी IFSC व एमआईसीआर MICR कोड में बदलाव हो गया है। इस कारण अक्तूबर 2021 से बैंकिंग सिस्टम पुराने चेक को अमान्य कर देगा। उससे कोई लेनदेन अब नहीं हो सकेगा। अधिक जानकारी के लिए ग्राहक तुरंत बैंक शाखा में जाकर नए चेकबुक के लिए आवेदन करें।
IFSC कोड क्या है?
इंडियन फाइनेंशियल सर्विस कोड (IFSC) एक यूनिक 11-डिजीट अल्फान्यूमेरिक कोड होता है। इसका उपयोग एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस के माध्यम से किए गए डिजिटल लेनदेन के लिए किया जाता है।
MICR कोड क्या होता है ?
मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन (MICR) कोड नौ अंकों का है। इससे उन बैंक शाखाओं की पहचान होगी जो इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। इसमें बैंक कोड, खाता विवरण, राशि और चेक नंबर जैसे विवरण शामिल होते हैं।