सबसे पहले बता करते हैं उस सौगात की जिससे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम आदमी के घर के सपने को पूरा करने में बड़ा कदम उठाया। 45 लाख के घर पर अब 3.5 लाख रुपये ब्याज में छूट मिलेगी। जो इससे पहले 2 लाख थी। दरअसल सस्ते मकान के लिए बैंक कर्ज के 3.5 लाख रुपये तक के ब्याज पर कर छूट का प्रस्ताव है। इसमें 15 साल की अवधि के आवास कर्ज पर लाभार्थी को 7 लाख रुपये तक का लाभ होगा।
बजट ‘न्यू इंडिया’ वाला: गरीबों-किसानों पर करम, अमीरों पर सितम, मिडिल क्लास का तोड़ा भ्रम
ऐसे होगा फायदा
मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में हाउसिंग लोन पर ब्याज डिडक्शन 1.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए किया था। एक बार फिर इस राशि को बढ़ाकर 3.5 लाख रुपए किया गया है। यानी 1.5 लाख रुपए की बढ़ोतरी की है।
मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में हाउसिंग लोन पर ब्याज डिडक्शन 1.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए किया था। एक बार फिर इस राशि को बढ़ाकर 3.5 लाख रुपए किया गया है। यानी 1.5 लाख रुपए की बढ़ोतरी की है।
इसे और आसान समझें…अगर आप 45 लाख रुपए का घर खरीद रहे हैं तो आपको 10 फीसदी डाउन पेमेंट करना होगा। करीब 40 लाख रुपए के लिए आप बैंक से लोन लेंगे। अगर आपको पूरा लोन मिलता है तो आप इस पर आने वाली ईएमआई में 3.5 लाख रुपए तक टैक्स छूट मिलेगी।
मोदी सरकार पहले भी कंस्ट्रक्शन सेक्टर में रोजगार पैदा करने, सीमेंट, स्टील और बाकी कंस्ट्रक्शन से जुड़े मटीरियल की मांग बढ़ाने के लिए रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा देती रही है। हालांकि ऊंची ब्याज दरों की वजह से सेक्टर में वैसी तेजी नहीं देखी गई।
हर घर का सपना होगा पूरा
अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने हर घर का सपना पूरा करने वाले मोदी सरकार महत्वाकांक्षी योजना पर भी बात की। इसमें 2022 तक देश के हर नागरिक को अपना घर उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत 6 लाख सालाना आय वर्ग के लोगों को इतना ही लोन मिल सकता है। सरकार अब इस लोन की ब्याज दर पर 6.5 फीसदी की सब्सिडी देगी।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि मकानों के निर्माण काम को पूरा करने में लगने वाले समय में पहले जहां 314 दिन का समय लगता था, वहीं अब यह समय घटकर 114 दिन रह गया है। इससे सरकार को PMAY के तहत अपने लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिली। सरकार की इस घोषणा से इस दिशा में काम कर रहे रियल एस्टेट जगत की कंपनियों को फायदा पहुं