GCMMF का एक साल पूरा होने पर फैसला
गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (GCMMF) ने एक वर्ष पूरा होने से पहले दूध के दामों में इजाफा कर दिया है। यह मूल्य वृद्धि अमूल दूध के सभी ब्रांडों पर प्रभावी होगी। इसमें सोना, ताजा, शक्ति, टी-स्पेशल, साथ ही गाय और भैंस के दूध आदि शामिल हैं।
यह भी पढ़ें – 4 बड़े शहरों में अमूल ने बढ़ाए दूध के दाम, एक लीटर के लिए चुकाने होंगे अब इतने रुपए
जुलाई 2021 में बढ़े थे दाम
अमूल ने इससे पहले जुलाई 2021 में दूध के दाम बढ़ाए थे। करीब 7 महीने और 27 दिन के अंतराल के बाद अमूल ने दूध कीमतों में बढ़ोतरी की है।
इस वजह से कीमतों में किया इजाफा
कंपनी की ओर से दिए गए बयान में दूध की कीमत बढ़ने की बड़ी वजह बताई गई है। कंपनी के मुताबिक उत्पादन लागत में वृद्धि की वजह से दूध के दामों में बढ़ोतरी की गई है।
अमूल की ओर से कहा गया है कि 2 रुपए का इजाफा सिर्फ 4 फीसदी की बढ़ोतरी है, जो औसत खाद्य महंगाई से बहुत कम है। कंपनी ने कहा कि पिछले 2 वर्ष में अमूल ने अपने फ्रेश दूध की श्रेणी की कीमतों में प्रति वर्ष 4 फीसदी की वृद्धि की है।
कंपनी का कहना है कि, एनर्जी, पैकेजिंग, ट्रांसपोर्ट और जानवरों के चारे की लागत में इजाफे के कारण दूध उत्पादन खर्च में इजाफा हुआ है, जिससे संचालन की कुल लागत में बढ़ोतरी हुई है।
संघ की मानें तो वह ग्राहकों से मिलने वाले हर 1 रुपए में से 80 पैसे दुग्ध उत्पादकों को बांट देता है। यानी अब दामों में बढ़ोतरी से ज्यादा दूध उत्पादन के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें – महंगाई की मार: अमूल दूध 2 रुपये प्रति लीटर महंगा, देशभर में नए दाम लागू