किसान को बताया आदतन
प्रशासन की ओर से आदतन शिकायतकर्ता घोषित किए गए किसान का नाम जगन्नाथ पाटिल है। लोनी निवासी जगन्नाथ पाटिल 1975 तक महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में सिविल इंजीनियर के पद पर पदस्थ थे और फिर नौकरी छोड़ने के बाद अपनी पुश्तैनी खेती कर रहे हैं। उनकी बोरगांवखुर्द में जमीन है जिस पर वो गन्ना, मक्का, कपास, सोयाबीन और तुअर फसल लेते थे। उन्होंने बताया कि 2015 से लेकर अब तक जंगली सुअरों ने खेत में कभी रौंदकर तो कभी खा कर फसल बर्बाद कर दी जिसका मुआवजा उन्हें अभी तक नहीं मिला है। मुआवजे की आस में जगन्नाथ करीब 250 बार शिकायत कर चुके हैं जिनका हल तो नहीं निकला उल्टे प्रशासन ने उन्हें आदतन शिकायतकर्ता जरुर घोषित कर दिया है।
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मानहानि का केस करने की कही बात
किसान जगन्नाथ पाटिल बीते मंगलवार को एक बार फिर जनसुनवाई में पहुंचे और कहा कि जिला प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। कई बार सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की तो तहसीलदार ने सीएम हेल्पलाइन पर जवाब दिया की किसान जगन्नाथ पाटिल झूठी शिकायत करने का आदि है। इस बात से नाराज होकर किसा ने जिला प्रशासन के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का केस करने की भी बात कही है। वहीं दूसरी तरफ किसान की शिकायत पर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा है कि उनके संज्ञान में मामला आया है. इसकी जांच के लिए वो एक टीम गठित करेंगे। किसान के नुकसान की जांच की जाएंगी और किसान की समस्या का हल निकालने का प्रयास करेंगे।