ये प्लाट मेक्रो विजन स्कूल के पास आनंद नगर में खरीदे गए थे। जिसके बाद ये कार्रवाई पूरी की गई। कार्रवाई के बाद तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया।
बहन के नाम पर खरीदे थे प्लॉट
बताया जा रहा है कि रोहित ने अपनी बहन के नाम से दो प्लॉट लिए थे। इनके नामांतरण के लिए करीब तीन महीने पहले उन्होंने आवेदन दिया था। जिसके बाद से रीडर लगातार बात को टालते रहे। मामला आगे बढ़ा तो रविवार को उन्हें फोन लगाकर कहा कि आपने यहां प्लॉट लिए हैं, वहां के 2500 रुपये प्रति प्लॉट का रेट है, यह आपको देना होंगे। 25 नवंबर को ट्रैप दल का गठन किया गया और तहसील कार्यालय बुरहानपुर के रीडर अशोक कुशवाहा को उनके कार्यालयीन कक्ष में 3500 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया गया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7, के अंतर्गत बुरहानपुर सर्किट हाउस में कार्यवाही अभी जारी है।
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