सरकारी सिस्टम की गलती का कामियाजा भी अब युवक को ही भुगतना पड़ रहा है। उसे सरकार की कोई भी जनकल्याणकारी योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। पंडित के आधार कार्ड में उनका नाम और पता आदि चीजें तो ठीक हैं, लेकिन उनका जेंडर मेल के बजाए फीमेल दिखाई दे रहा है। ऐसे में अब दस्तावेज में खुद को मेल साबित करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा लगाकर परेशान है। आधार कार्ड से होने वाले शासकीय कार्य और अशासकीय कार्य कराने में भी उसे खासा परेशानी आ रही है।
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नहीं मिल रहा किसी योजना का लाभ
मामले को लेकर पंडित अवधेश पांडे का कहना है कि मैं बुरहानपुर के मालीवाड़ा इलाके का रहने वाला हूं। डेढ़ साल पहले जब मैंने अपना आधार कार्ड अपडेट कराया था, तब मेरा नाम और पता तो ठीक था, लेकिन जेंडर के स्थान पर फीमेल दर्ज किया हुआ था। इसके लिए मैंने दो बार आधार कार्ड अपडेट करवाया, बावजूद इसके उसमें सुधार नहीं हुआ। इसके बाद से अबतक करीब डेढ़ साल से मैं सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहा हूं। लेकिन, कोई निराकरण नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि उन्हें शासकीय और अशासकीय कामों को कराने में खासा परेशानी आ रही है।
ई-गवर्नेंस प्रबंधक बोले- इसलिए होना पड़ रहा परेशान
इस संबंध में ई-गवर्नेंस प्रबंधक मनोज मोरे का कहना है कि पंडितजी की समस्या सामने आई है। उन्होंने उसी गलती के साथ अपना आधार कार्ड दो बार अपडेट कर लिया है। यही वजह है कि इस त्रुटि में सामान्य रूप से सुधार नहीं हो पा रहा है। हालांकि अब इस समस्या के निराकरण के लिए भारतीय विशिष्ट प्राधिकरण नई दिल्ली से पत्राचार किया गया है। जल्द ही उनकी इस समस्या का निराकरण हो जाएगा।
आपके आधार कार्ड में भी समस्या हो तो यहा करें संपर्क
आधार कार्ड में इस तरह की समस्या किसी के साथ भी आ सकती है। ऐसे में आप भी अपना आधार कार्ड पूरी तरह से चेक कर लें। अगर उसमें किसी तरह की ऐसी ही त्रुटि हो तो अपना आधार कार्ड सामान्य तौर पर अपडेट कराने से पहले एक बार ई-गवर्नेंस कार्यालय पहुंचकर जानकारी ले सकते हैं। अफसरों का कहना है कि आधार कार्ड एक बार ही अपडेट होता है। अगर उसे बार-बार अपडेट किया जाता है तो उसकी लिमिट खत्म हो जाती है। जिसके चलते वो आगे अपडेट नहीं हो पाता है। उस समस्या के निराकरण के लिए आधार कार्ड को दिल्ली स्थित मुख्यालय से मैन्युअल अपडेट कराना पड़ता है।