इस संबंध में मंदिर के प्रमुख हरी कृष्ण मुखिया ने कहा कि इतवारा क्षेत्र स्थित श्री गोकुल चंद्रमा मंदिर में बरसाना की तर्ज पर होली पर्व मनाते हैं। यहां महिलाएं पुरुषों को लठ मारकर होली मनाती हैं। इस होली पर्व का बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को इंतजार रहता है। मंदिर में 40 दिन का होली उत्सव मनाया जाता है। बसंत पंचमी से होली के दिन तक यह उत्सव मनाया जाता है। प्रमुख रूप से 5 दिन के उत्सव होते हैं, जिसमें एक दिन लठमार होली खेली जाती है। इस बार 24 मार्च की शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच लठमार होली का आयोजन होगा।
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महिलाओं के हाथों में रहते हैं लठ
अभी तक आपने होली रंग गुलाल लगाकर बनाते हुए देखा होगा लेकिन मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में महिलाएं हाथों में लठ लेकर पुरुषों पर लठ चलाकर होली का पर्व मानती है। मंदिर में पिछले 35 वर्षों से इस तरह से लठमार होली मनाई जा रही है। इस होली के पर्व में जिले के साथ आसपास के जिले के लोग भी शामिल होते हैं।