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ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान युवा अनचाहे लिंक से बचे

इंटरनेट के युग में मोबाइल से जीवन सुविधाजनक हुआ है तो साइबर ठग इससे नुकसान भी पहुंचाने लगे हैं। इससे लोगों को आर्थिक व मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है।

बूंदीDec 21, 2024 / 06:28 pm

पंकज जोशी

लबान. साइबर ठगी पर पत्रिका की जागरूकता बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधि, ग्रामीण व विद्यार्थी।

लबान. इंटरनेट के युग में मोबाइल से जीवन सुविधाजनक हुआ है तो साइबर ठग इससे नुकसान भी पहुंचाने लगे हैं। इससे लोगों को आर्थिक व मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है। कई किशोर तो तनाव में आकर जिंदगी पर भी खेल जाते हैं।
साइबर ठग लोगों के पास अनजाने नम्बरों से कोल करके धमकियां देकर रुपए ऐंठने, या फिर मोबाइलों पर फ्री ऑफर के लालच भरे मैसज व लिंक भेजकर उनको डाउनलोड करने की कहकर पैसा उड़ाने जैसा काम कर रहे हैं। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका द्वारा साइबर क्राइम अपराध के खिलाफ पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत शुक्रवार दोपहर को लबान में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों व की बैठक आयोजित करके जागरूक किया गया, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा लबान के अधिकारी व सरपंच और समाजसेवियों ने अध्यापकों के साथ ग्रामीणों व छात्रों को जानकारी देकर साइबर अपराध से कैसे बचा जा सके इसके बारे में बताया। सरपंच बुद्धि प्रकाश ने ग्रामीण को बताया कि मोबाइल में शादी का कार्ड, पीएम किसान योजना एप,आवास योजना एक जैसे मैसेज की फाइल सोशल मीडिया आते है, जिनमें पीछे एपीके लिखा रहता है। ऐसी फाइलों को नहीं खोलना चाहिए। यह साइबर ठगों का एक नया तरीका है। इस तरीके के माध्यम से साइबर ठग खाते से राशि पार कर लेता हैं। बैंक अधिकारी महेश गर्ग ने बताया कि आज के समय में ईमेल आईडी भी चोरी हो रहे हैं।
बैंक के नाम से फर्जी कॉल मैसेज आदि करके ऑनलाइन ठगी को अंजाम दिया जा रहा है, जबकि बैंक कभी भी आपकी निजी जानकारी को फोन पर नहीं मांगते है। ऐसे कभी भी अपने बैंक की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से शेयर नहीं करें और यथासंभव बैंक के कार्य शाखा में ही आकर निष्पादित करें। राजकीय वैद्य घनश्याम सैनी ने बताया कि ऑनलाइन दवाएं व इलाज के नाम कई बार लोग साइबर ठगों के जाल में फंस जाते है। प्रधानाध्यापिका भागेश शर्मा ने छात्रों को ऑनलाइन गेमों के चक्कर में नहीं पड़े। कोई भी राशि दोगुना करके नहीं देता है।
समाजसेवी रामावतार मीणा बताया कि किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी होने पर तुरन्त हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवानी चाहिए अध्यापक अंतिम जैन किशोर उम्र बालक बालिकाओं को ऑनलाइन फर्जी अरेस्ट ब्लैकमेल धमकी आदि की स्थिति में बिना डरे आपने अभिभावकों को जानकारी चाहिए।

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