ग्रामीणों ने किया जाम, पुलिस ने फटकारी लाठियां…फिर हुआ कुछ ऐसा कि उड़ गए होश
नैनवां. गंभीरा ग्राम पंचायत के मीणा के झोपड़ा गांव के प्राथमिक विद्यालय की भूमि से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने एनएच 148 डी पर कासपुरिया गांव पहुंचकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद भी ग्रामीण जाम हटाने को तैयार नहीं हुए, तो पुलिस व प्रशासन ने विरोध कर रहे लोगों को हल्का बल प्रयोग कर खदेड़कर कर जाम हटवाया। जाम का नेतृत्व कर रहे आठ महिला पुरुषों को हिरासत में ले लिया। बाद में तीन महिलाओं गीताबाई, कालीबाई, धोलीबाई व पांच पुरुषों पप्पूलाल, मस्तराम, श्योदान, शंकरलाल व राहुल को शांतिभंग में गिरफ्तार किया। ग्रामीणों ने साढ़े दस बजे पहले बिलायती बबूलों की टहनियां डालकर जाम किया। उसके बाद हाइवे पर ही टेंट लगाकर सड़क पर धरना देकर बैठ गए। इससे हाइवे पर वाहनों की कतारें लग गई। जाम की सूचना मिलते ही नैनवां थानाधिकारी बृजभानसिंह मय जाप्ता मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को समझाया, लेकिन ग्रामीण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने केे बाद ही जाम हटाने की बात पर अड़े रहे। आएसी व करवर थाने का पुलिस जाप्ता भी मौके पर पहुंचा। दोपहर साढ़े 12 बजे उपखंड अधिकारी श्योराम व पुलिस उपाधीक्षक कैलाशंचद जाट पहुंचे। उपखंड अधिकारी ने ग्रामीणों से बरसात के बाद अतिक्रमण हटाने की बात कही, लेकिन ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस जाप्ते ने ग्रामीणों को हटाना शुरू कर दिया। पुलिस द्वारा सख्ती दिखाने पर ग्रामीण भाग छूटे। पुलिस ने टैंट खोलकर जब्त कर लिया व अवरोध हटाकर आवागमन शुरू करवाया। इससे पहले वाहनों को एसएच 34 पर डायवर्ट कर रखा था।
खदेड़कर हटवाना पड़ा जाम
पुलिस उपाधीक्षक कैलाशचंद जाट ने बताया कि ग्रामीण दो घंटे से हाइवे को जाम कर बैठे थे। ग्रामीण समझाने के बाद भी जाम हटाने को तैयार नहीं थे। ग्रामीणों को खदेड़कर जाम हटवाना पड़ा। मौके से तीन महिलाओं सहित आठ जनों को हिरासत में लेकर शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया है।