अभियान के तहत प्रत्येक महाविद्यालय में नई किरण
नशा-मुक्ति केेंद्र स्थापित कर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाना है। इधर,महाविद्यालय के सह आचार्यों का कहना है कि युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। ऐसे में अब कॉलेजों से छात्र-छात्राओं के समूह तैयार किए जाएंगे,जो नशा छुड़वाने में युवाओं के सहयोगी बनेंगे।
नशा-मुक्ति केेंद्र स्थापित कर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाना है। इधर,महाविद्यालय के सह आचार्यों का कहना है कि युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। ऐसे में अब कॉलेजों से छात्र-छात्राओं के समूह तैयार किए जाएंगे,जो नशा छुड़वाने में युवाओं के सहयोगी बनेंगे।
पहले चरण में हुए 50 कॉलेज चयनित
महाविद्यालय के अनुसार पहले चरण में प्रदेश के 50 राजकीय महाविद्यालय का चयन किया गया है, जिसमें 50 वॉलिंटियर को प्रशिक्षित कर अपने आस-पास एवं समाज से कम से कम 10 व्यक्तियों को नशा मुक्त करने की जिमेदारी दी गई। वहीं दूसरे चरण में चयनित 130 कॉलेजों को शामिल किया गया है। चयनित कॉलेजों में नई किरण नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के साथ नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
महाविद्यालय के अनुसार पहले चरण में प्रदेश के 50 राजकीय महाविद्यालय का चयन किया गया है, जिसमें 50 वॉलिंटियर को प्रशिक्षित कर अपने आस-पास एवं समाज से कम से कम 10 व्यक्तियों को नशा मुक्त करने की जिमेदारी दी गई। वहीं दूसरे चरण में चयनित 130 कॉलेजों को शामिल किया गया है। चयनित कॉलेजों में नई किरण नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के साथ नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
बूंदी जिले के यह कॉलेज शामिल
निदेशालय ने प्रदेश के 130 कॉलेजों का इस अभियान के तहत चयन किया है। प्रत्येक कॉलेज से 30-30 छात्र-छात्राओं के समूह को नशा मुक्ति अभियान के लिए प्रशिक्षण मिलेगा। इसमें बूंदी जिले का राजकीय महाविद्यालय के अलावा अब राजकीय कन्या महाविद्यालय, राजकीय विधि महाविद्यालय व भगवान आदिनाथ जयराज मारवाड़ा राजकीय महाविद्यालय नैनवां को शामिल किया गया है।
निदेशालय ने प्रदेश के 130 कॉलेजों का इस अभियान के तहत चयन किया है। प्रत्येक कॉलेज से 30-30 छात्र-छात्राओं के समूह को नशा मुक्ति अभियान के लिए प्रशिक्षण मिलेगा। इसमें बूंदी जिले का राजकीय महाविद्यालय के अलावा अब राजकीय कन्या महाविद्यालय, राजकीय विधि महाविद्यालय व भगवान आदिनाथ जयराज मारवाड़ा राजकीय महाविद्यालय नैनवां को शामिल किया गया है।
समाज में फैलाएंगे जागरूकता
प्रत्येक महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला विभिन्न सत्रों में आयोजित की जानी है, जिसमें नशा मुक्ति के अनुभवी विशेषज्ञ,चिकित्सकों,संबंधित विषयों के प्रोफेसर्स,सामाजिक संगठनों व एनजीओं द्वारा तथा समाज सेवामें विशेष अनुभव रखने वाले लोग छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण के बाद छात्र-छात्राएं समाज और आसपास के लोगों में नशा मुक्ति को लेकर जागरूकता फैलाएंगे। साथ ही अभियान में प्रशिक्षण लेने के बाद छात्र-छात्राओं को कम से कम 10 लोगों को लोगों को नशा छुड़वाने के लिए प्रेरित करनेे के साथ उन्हें जिला स्तरीय नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने की जिमेदारी दी जाएगी।
प्रत्येक महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला विभिन्न सत्रों में आयोजित की जानी है, जिसमें नशा मुक्ति के अनुभवी विशेषज्ञ,चिकित्सकों,संबंधित विषयों के प्रोफेसर्स,सामाजिक संगठनों व एनजीओं द्वारा तथा समाज सेवामें विशेष अनुभव रखने वाले लोग छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण के बाद छात्र-छात्राएं समाज और आसपास के लोगों में नशा मुक्ति को लेकर जागरूकता फैलाएंगे। साथ ही अभियान में प्रशिक्षण लेने के बाद छात्र-छात्राओं को कम से कम 10 लोगों को लोगों को नशा छुड़वाने के लिए प्रेरित करनेे के साथ उन्हें जिला स्तरीय नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने की जिमेदारी दी जाएगी।
नशा मुक्त बनाओं गांव
कार्यशाला के अन्तर्गत प्रत्येक महाविद्यालय को तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के संबंध में जनजागरूकता अभियान चलाना होगा। साथ ही आयुक्तालय के निर्देशानुसार स्वंय के महाविद्यालय को नशा मुक्त शिक्षण संस्थान घोषिण करना,एक गांव गोद लेकर उसे नशा मुक्त गांव बनाना है।
कार्यशाला के अन्तर्गत प्रत्येक महाविद्यालय को तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के संबंध में जनजागरूकता अभियान चलाना होगा। साथ ही आयुक्तालय के निर्देशानुसार स्वंय के महाविद्यालय को नशा मुक्त शिक्षण संस्थान घोषिण करना,एक गांव गोद लेकर उसे नशा मुक्त गांव बनाना है।
कॉलेज शिक्षा राजस्थान के आदेश अनुसार महाविद्यालय में नई किरण नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा युवाओं को नशे से दूर रखना तथा नशा मुक्ति एवं स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में यह अभियान अत्यंत उपयोगी है। इस अभियान के अंतर्गत प्रथम चरण में राजकीय महाविद्यालय बूंदी का चयन किया गया तथा 50 वॉलिंटियर को प्रशिक्षित कर अपने आस-पास एवं समाज से कम से कम 10 व्यक्तियों को नशा मुक्त करने की जिमेदारी दी गई। द्वितीय चरण में बूंदी जिले के तीन अन्य राजकीय महाविद्यालय का चयन किया गया तथा सभी को 30-30 वालंटियर तैयार करने के निर्देश दिए गए है।
अनिता यादव, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय,बूंदी
अनिता यादव, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय,बूंदी